दिल्ली: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आज समाजवादी पार्टी के संरक्षक और वरिष्ठ सांसद मुलायम सिंह यादव का संसद की सीढ़ियों पर पैर छूकर आशीर्वाद लिया। भारतीय लोकतंत्र की मजबूत छवि को पेश करता यह अद्भुत नजारा कैमरे में कैद हो गया।
दरअसल आज से संसद का बजट सत्र प्रारंभ हुआ। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दोनों सदनों को संबोधित किया। राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव सदन से अपने आवास जाने के लिए संसद से निकलने लगे।
मुलायम सिंह जब संसद के सीढ़ियों के करीब पहुंचे तो वहां उनकी मुलाकात केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से होती है। भारतीय शिष्टाचार की गरिमा को निभाते हुए स्मृति ईरानी मुलायम सिंह के पास आती हैं और उनका हालचाल लेते हुए पैर छूती हैं। मुलायम सिंह केंद्रीय मंत्री के इस व्यवहार को देखकर अविभूत हो जाते हैं और उन्हें आशीर्वाद देते हैं।
इस बीच वहां मौजूद अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी भी खड़े थे, जिन्होंने हाथों से सहारा देकर मुलायम सिंह यादव को संसद की सीढ़ियों से नीचे उतारा।
उत्तर प्रदेश चुनाव में सपा और भाजपा के बीच चल रहे सियासी घमासान के बीच आया यह वीडियो निश्चित तौर पर यूपी के मतदाताओं को इस बात का भरोसा दे रहा होगा कि भारत में लोकतंत्र की जड़ें काफी गहरी हैं और सभी दल चुनावी राजनीति में भले ही एक-दूसरे पर निशाना साधते हों लेकिन एक-दूसरे के लिए परस्पर सम्मान और प्यार भी उतनी ही गहराई के करते हैं।
मालूम हो कि राजनीति में विरोधी होते हुए एक-दूसरे के प्रति सम्मान की भावना का प्रदर्शन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी साल 1977 में उस समय किया था जब वो पहली बार मोरारजी सरकार में विदेश मंत्री बने थे।
दरअसल अटल बिहारी वाजपेयी के विदेश मंत्रालय के दफ्तर में पहले से लगी जवाहर लाल नेहरू की तस्वीर दफ्तर के कर्मचारियों ने उतार दी थी। जिसे वायपेयी ने तत्काल उसी जगह पर वापस लगवाया और कहा था कि वैचारिक विरोध अपनी जगह पर है, पर किसी के बी बीच कभी मनभेद नहीं होना चाहिए।
कुछ उसी तरह की राजनीतिक तस्वीर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और मुख्तार अब्बास नकवी ने संसद की सीढ़ियों पर पेश की, जब उन्होंने वयोवृद्ध सपा नेता मुलायम सिंह यादव को वह सम्मान दिया, जिसका वो दलगत राजनीति से उपर रहते हुए हकदार हैं।