बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से बच्चों की लगातार हो रही मौत रुकने का नाम नहीं ले रही है। इसी बीच सरकार और प्रशासन की व्यवस्था और लापरवाही का एक और दृश्य सामने आया है जहां कई पीड़ित परिवार की महिलाएं बच्चों को लेकर अस्पताल पहुंच रही हैं लेकिन उन्हें वहां भर्ती नहीं किया जा रहा है।
पीड़ित बच्चों के माता-पिता का कहना है कि उन्हें न तो कोई कुछ बता रहा है न ही उन्हें ओआरएस दिया जा रहा है। हमें एक्यूट एनसेफलाइटिस सिंड्रोम (Acute Encephalitis Syndrome-AES) के लक्षण के बारे में नहीं पता है। हमारे बच्चे 4-5 दिनों से बुखार से तप रहे हैं।
आगे उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने उन्हें दवाइयां लाने को कहा है उसके बाद भी अगर बुखार नहीं कम होता तब उनके बच्चों को भर्ती किया जाएगा। हमारे पास पैसे नही हैं।
मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर जिले के एक अस्पताल का दौरा किया और इस दौरान उन्हें नाराज लोगों द्वारा की गई नारेबाजी का सामना करना पड़ा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को एसकेएमसीएच पहुंचकर हालात का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों और चिकित्सकों के साथ बैठक की तथा कई आवश्यक निर्देश दिए।