राजस्थान में संभावित मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं
By भाषा | Updated: July 31, 2021 22:20 IST2021-07-31T22:20:24+5:302021-07-31T22:20:24+5:30

राजस्थान में संभावित मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं
(संपादकीय सुधार के साथ पुन: जारी)
जयपुर, 31 जुलाई कांग्रेस शासित राजस्थान में संभावित मंत्रिमंडल फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं राजस्थान के प्रभारी अजय माकन द्वारा विधायकों व संगठन पदाधिकारियों के बीच लगातार बैठकों के बावजूद मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं है।
इस बारे में कोई स्पष्ट संकेत माकन या पार्टी के किसी और वरिष्ठ नेता ने नहीं दिया है। हालांकि, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के नजदीकी विधायकों ने दावा किया है कि मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर सभी चीजों को अंतिम रूप दे दिया गया है और फेरबदल अगस्त के पहले सप्ताह में होने की संभावना है।
गहलोत मंत्रिमंडल में फेरबदल व हजारों की संख्या में राजनीतिक नियुक्तियों की सुगबुगाहट के बीच माकन ने यहां कांग्रेस व समर्थक विधायकों से फीडबैक लेने का काम बृहस्पतिवार को पूरा किया था। इसके बाद उन्होंने पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति के साथ भी बैठक की थी। इस दौरान माकन ने विधायकों, मंत्रियों और सरकार के कामकाज के बारे में जानकारी ली थी और जिला एवं ब्लॉक स्तर पर प्रमुखों के नाम मांगे थे।
उन्होंने अपने तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर फीडबैक कार्यक्रम को पूरा किया और अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा किये गये कार्यों की सराहना की। हालांकि, उन्होंने मंत्रिमंडल विस्तार कब होगा इस बारे में कोई स्पष्ट घोषणा नहीं की।
हालांकि, कांग्रेस महासचिव ने कहा था कि कुछ मंत्रियों ने स्वेच्छा से मंत्री पद छोड़ने और पार्टी संगठन के साथ काम करने की इच्छा जताई है। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के करीबी विधायक इस साल जून से ही राजनीतिक नियुक्तियां व मंत्रिमंडल फेरबदल जल्द किए जाने की मांग कर रहे हैं और वे पार्टी आलाकमान द्वारा पिछले साल उनसे किये गये वादों को अभी पूरा नहीं किये जाने पर नाराजगी जता चुके हैं।
पार्टी सूत्रों ने शनिवार को बताया, ‘‘ विधायकों ने सरकार के कार्यों के बारे में सकारात्मक फीडबैक और राय दी है।’’
सूत्रों ने कहा कि माकन ने विधायकों के साथ जिन बिंदुओं पर चर्चा की उनमें एक यह भी प्रमुख था कि साल 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी कैसे सत्ता बरकरार रख सकती है।
गहलोत सहित राजस्थान मंत्रिमंडल में अभी 21 सदस्य हैं और अधिकतम नौ और लोगों को समायोजित किया जा सकता है। इसी तरह जिला स्तर पर पार्टी इकाइयों में पद रिक्त हैं।
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