सरकारी कर्मचारियों को मिला अनोखा फरमान- घर में टॉयलेट की भेजें फोटो, नहीं तो सैलरी भूल जाओ
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: May 26, 2018 16:54 IST2018-05-26T16:54:15+5:302018-05-26T16:54:15+5:30
यूपी के सीतापुर में अनोखा सरकारी फरमान जारी किया गया है। ये फरमान इन दिनों कर्मचारियों की लिए आफत बना हुआ है।

सरकारी कर्मचारियों को मिला अनोखा फरमान- घर में टॉयलेट की भेजें फोटो, नहीं तो सैलरी भूल जाओ
सीतापुर, 26 मई: यूपी के सीतापुर में अनोखा सरकारी फरमान जारी किया गया है। ये फरमान इन दिनों कर्मचारियों की लिए आफत बना हुआ है। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक फोटो वायरल हो रही है, जिसमें एक शख्स टॉयलेट के अंदर स्टूल पर बैठा हुआ है।
दरअसल ये सीतापुर में एक सरकारी स्कूल के प्रिंसीपल भगवती प्रसाद हैं। यहां के सरकारी कर्मचारियों को आदेश दिया गया है कि अपने घरों में टॉयलेट होने का सबूत दें। ऐसे में भगवती प्रसाद इस तरह से अपने घर में टॉयलेट होने का सबूत दे रहे हैं, ताकि उनको उनकी सैलरी प्राप्त हो सके। इस फोटो के साथ उन्होंने कभी तरह की जानकारियां भी दी हैं।
Order issued for government employees in #Sitapur on direction of District Magistrate, asking them to submit a picture of them posing in front of toilet at their home, along with a proof certificate. The order said their salary for May month will be stalled if they fail to obey pic.twitter.com/WFUrtI0pzy
— ANI UP (@ANINewsUP) May 26, 2018
खबर के अनुसार कुछ दिनों पहले सीतापुर की डीएम शीतल वर्मा ने अपने अफसरों को निर्देश दिए कि वह सभी अपने अपने विभागों में कार्यरत कर्मचारियों से कहें कि वह अपने घर पर टॉयलेट इस्तेमाल करने का सबूत जिला पंचायत अफसर को भेजें। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2018 तक इलाके को खुले में शौच मुक्त करता है ऐसे में हर किसी को अपने घर में टॉयलेट बनवाना होगा।
इतना ही नहीं डीएम के निर्देशानुसार, जिले के सभी सरकारी विभागों में काम करने वाले कर्मचारियों को अपने टॉयलेट के फोटोग्राफ जिला पंचायत अधिकारी को भेजें, नहीं तो उन्हें सैलरी मिलने में मुश्किल होगी, इतना ही नहीं कहा गया अगर 27 मई तक उन्होंने अपने फोटोग्राफ नहीं भेजे तो सैलरी रोक दी जाएगी। मामला बढ़ने के बाद इस मुद्दे पर अजय कुमार ने कहा, हम ऐसा तानाशाही के कारण नहीं कर रहे हैं, ये बस एक पहले जिससे देश जल्द से जल्द खुले में शौच से मुक्त हो सके।