कांग्रेस के हमले के बाद शिवराज सिंह ने जमा कराया 1.21 लाख रुपये का बिजली बिल, 2013 से था बकाया
By रामदीप मिश्रा | Published: September 25, 2019 11:18 AM2019-09-25T11:18:36+5:302019-09-25T11:19:26+5:30
मध्य प्रदेशः विदिशा के कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव ने दावा किया था कि चौहान 2013 से विदिशा के शेरपुरा में अपने किराए के घर का बिजली बिल जमा नहीं कर रहे हैं। घर का बिजली कनेक्शन एक लीला बाई के नाम पर है।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लंबे समय से अपने किराए के घर का बिजली बिल जमा नहीं किया था। इस मामले को लेकर कांग्रेस ने उन पर हमला बोल दिया, जिसके बाद उन्होंने बुधवार को 1.21 लाख रुपये का बिजली बिल जमा कराया।
बीते दिन सोमवार को विदिशा के कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव ने दावा किया था कि चौहान 2013 से विदिशा के शेरपुरा में अपने किराए के घर का बिजली बिल जमा नहीं कर रहे हैं। घर का बिजली कनेक्शन एक लीला बाई के नाम पर है।
भार्गव ने कहा ने कहा था कि पूर्व सीएम पिछले 25 सालों से घर में रह रहे हैं। जब वे मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग किया था और 2013 से बिलों का भुगतान किए बिना अपने विदिशा कार्यालय में निर्बाध बिजली आपूर्ति की थी। यदि कोई उपभोक्ता अपने बिल का भुगतान नहीं करता है, तो बिजली वितरण कंपनी तुरंत उसे नोटिस जारी करती है और बिजली की आपूर्ति काट देती है। इस मामले में अधिकारियों ने अपनी आँखें बंद कर ली थीं इसलिए बिजली वितरण कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए।
कांग्रेस विधायक ने मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड, विदिशा शहर इकाई द्वारा 13 सितंबर को लीला बाई को जारी एक नोटिस भी दिखाया, जिसमें उन्हें 1.21 लाख रुपये के बिल का भुगतान करने कहा गया था।
दरअसल, कांग्रेस ने उनके ऊपर इसलिए हमला किया क्योंकि वह इस समय लगातार सूबे की कमलनाथ सरकार का विरोध कर रहे हैं, जिसमें वह बढ़े हुए किसानों के बिजली के बिलों को जला रहे हैं।
अभी हाल ही में उन्होंने कहा था कि सरकार सुन ले कि मैं बिजली के बिल जलवा रहा हूं। इसलिए जलवा रहा हूं क्योंकि ये अन्यायपूर्ण हैं। मैं न्यायपूर्ण बिजली का बिल 100 रुपया देने का विरोधी नहीं हूं कमलनाथ जी, जो कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में भी कहा था। उन्होंने कहा था कि नसरुल्लागंज में जनता की अदालत में अन्यायपूर्ण बिजली के बिलों की होली जलाकर सरकार के अन्याय के विरुद्ध जनता की आवाज़ उठाई।
उन्होंने कहा था, 'सरकार ने अपना कोई वचन पूरा नहीं किया। पूरी फसल बर्बाद हो जाये और सरकार न जगे तो क्या मेरा राजनैतिक कर्तव्य नहीं है कि किसान के हितों की लड़ाई लड़ूं? बिजली के बिल 200 रुपये की बजाय 10 हजार से लेकर 1 लाख तक आये हैं। जिसकी कमाई 3 हजार है, वह कैसे हजारों और लाखों का बिल भरेगा?'