नई दिल्ली: चालू मानसून सत्र में आज केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यसभा में कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय पर हुई चर्चा पर अपना जवाब दिया। शिवराज सिंह चौहान ने अपने भाषण की शुरुआत से कांग्रेस और उनके नेताओं को निशाने पर रखा। इस दौरान उन्होंने कहा कि इनके एक नेता जो बड़ी-बड़ी यात्राएं आयोजित करते हैं, यात्रा के दौरान वे हरियाणा के सोनीपत गये थे। उन्होंने इसे वास्तविक दिखाने के लिए एक रील बनाई। इस दौरान किसानों से ज्यादा वहां कैमरा थे, और वो मैदान पर कैमरा के साथ जाते और ड्रामा करते। जब उन्होंने हल देखा, तो उन्होंने कहा ये क्या है?
कांग्रेस ने किसानों के लिए प्रत्यक्ष सहायता की बात तो कि, लेकिन ऐसी योजना नहीं बनाई। किसानों के दर्द को पीएम मोदी ने समझा। ये राशि भले ही छह हजार रुपये हो, सीमांत और छोटे किसानों के लिए बड़े काम की है। इस छोटी राशि के कारण किसान का सम्मान बढ़ा है, वो स्वावलंबी हुआ है, विकास को गति मिली है। ये किसान का सम्मान नहीं देख सकते हैं।
इसके साथ उन्होंने एक पूर्व प्रधानमंत्री के बारे में बात करते हुए कहा कि जब उन्हें पता चला कि लाल मिर्च के दाम हरी मिर्च से ज्यादा हो गए, तो उन्होंने किसानों से कहा आप लाल मिर्च ही क्यों नहीं उगा लेते हैं।
राज्यसभा में कहा कि जब कांग्रेस सरकार की अलग-अलग राज्यों में सत्ता में थी, तब गोली चला करती थी और कई किसान मारे गए। 1986 में जब बिहार में कांग्रेस की सरकार थी, तब गोलीबारी में 23 किसान मारे गए थे। 1988 में इंदिरा गांधी की पुण्य तिथि पर दिल्ली में दो किसानों के ऊपर गोलीबारी की गई। साल 1988 में उन्होंने मेरठ में किसानों पर गोलीबारी की और 5 किसान मार दिए गए।