मुंबई: उद्धव ठाकरे गुट ने नए महाराष्ट्र कैबिनेट को लेकर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा, जिसे 40 दिनों के बाद विस्तारित किया गया। 20 सदस्यीय शिंदे कैबिनेट में महिलाओं की अनुपस्थिति को लेकर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी में महिला नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठाया।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "समझ में नहीं आ रहा है कि भाजपा में महिला नेताओं के साथ बराबरी के बजाय दूसरे दर्जे के नागरिकों की तरह व्यवहार करना ठीक क्यों है। कहां हैं अविचलित मंत्री जी, अब क्यों सन्नाटा? केवल शब्दों से महिला सशक्तिकरण का समर्थन करें न कि कर्म से?" चतुर्वेदी ने महाराष्ट्र सरकार पर मुंबई के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि शहर के केवल एक विधायक को कैबिनेट में शामिल किया गया है।
अपने एक अन्य ट्वीट में प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट कर लिखा, "मुंबई के केवल एक विधायक को कैबिनेट में मंत्री के रूप में शामिल देखकर दुख हुआ। मुंबई के लिए सौतेला व्यवहार स्पष्ट है।" शिवसेना विधायक संजय राठौड़ को मंत्रिमंडल में शामिल करने से भाजपा खेमे में भी हड़कंप मच गया, पार्टी की राज्य उपाध्यक्ष चित्रा वाघ ने इसे "दुर्भाग्यपूर्ण" बताया। पुणे की एक महिला की मौत के मामले में आरोपों के कारण राठौड़ को महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार से इस्तीफा देना पड़ा था।
वाघ ने ट्वीट करते हुए लिखा, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि पूजा चव्हाण की मौत का कारण बने पूर्व मंत्री संजय राठौड़ को फिर से मंत्री का पद दिया गया है। संजय राठौड़ भले ही फिर से मंत्री बन गए हों, लेकिन मैं उनके खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखूंगा।" वहीं, प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि चित्रा वाघ जी को महसूस करिए। किए गए सभी प्रयासों को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया। उन्होंने वाघ का वीडियो भी ट्विटर पर साझा किया है।