मुंबई: महाराष्ट्र के सीएम के आवास 'मातोश्री' के बाहर हनुमान चालीसा के पाठ की घोषणा करने वाले अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा को शिवसेना के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि दोनों नेताओं ने अब अपने इस ऐलान को वापस ले लिया है। मुंबई पुलिस दोनों नेताओं को गिरफ्तार कर खार पुलिस स्टेशन ले गई है।
शनिवार को शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने दोनों नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा, पिछले कुछ दिनों से कुछ फर्जी हिंदुत्ववादियों ने 'हनुमान चालीसा' का पाठ करते हुए मुंबई - 'मातोश्री' में माहौल खराब करने की कोशिश की थी। इस दौरान शिवसेना नेता ने नवनीत राणा और रवि राणा को अमरावती के बंटी और बबली बताया।
भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए राउत ने कहा, सीएम आवास पर कुछ अलग करने की साजिश रची गई। बीजेपी ने उनके कंधों पर बंदूक रखकर हमला करने की कोशिश की। नवनीत और रवि राणा महाराष्ट्र के दुश्मन हैं और उनके पीछे पूर्व सीएम (देवेंद्र फडणवीस) हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र के विधायक रवि राणा और उनकी पत्नी और सांसद नवनीत राणा ने उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ने का ऐलान किया था जिसे अब दोनों ने वापस ले लिया है। इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया है कि हमारा विरोध ढोंगी हनुमान भक्त के खिलाफ था। उन्होंने गुंडे भेजे, जिन्होंने हमारे घर के बाहर हंगामा किया। हमारा मकसद था इनकी असलियत दिखाना।
वहीं प्रेस वार्ता ने सांसद नवनीत राणा ने उद्धव ठाकरे को जमकर निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, "मैं यह सवाल पूछना चाहती हूं कि आखिर किसी को हनुमान चालीसा पाठ से क्या दिक्कत है। हनुमान संकट मोचक हैं। मुझे लगता है कि ये उनमें डर है। इसलिए उन्होंने हमे रोकने के लिए गुंडे भेजे।"
बता दें कि शनिवार को मातोश्री से सांसद नवनीत राणा और रवि राणा को दूर करने के लिए हजारों शिवसैनिक सीएम के निजी आवास के सामने एकत्रित हुए और वहां सुरक्षा घेरा बनाया। इस दौरान शिवसैनिकों ने दोनों नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।