नई दिल्ली: केंद्र सरकार की ओर से जारी सरकारी आंकड़े के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून तिमाही में जीडीपी में 23.9 प्रतिशत की अब तक की सबसे बड़ी तिमाही गिरावट आयी है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के कई नेताओं ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है। लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने एक अलग ही अंदाज में पुरानी हिंदी फिल्म की गीत की पैरोडी गाकर तंज कसा है।
मंगलवार (एक सितंबर) को किए अपने ट्वीट में शशि थरूर ने लिखा है, ''अर्थव्यवस्था पर बुरी खबर के रूप में (जिसकी शुरुआत तो नोटबंदी की मूर्खता के साथ हुई और यह कोविड-19 और लॉकडाउन के जरिए जारी रहा) जो दिन पर दिन और खराब होता जा रहा है। मैंने खुद एक बॉलीवुड गीत पर थोड़ा सा पैरोडी गाया जो आप सभी को याद होगा। आपके साथ फिर साझा कर रहा हूं।''
पुरानी हिंदी फिल्म की गीत की पैरोडी गाते हुए शशि थरूर ने कहा, ''भाजपा कुछ अजीब सी सरकार भी, अजीब है देश का हाल भी, बुरा रहा आम जन गरीब है, भाजपा अजीब है।''
राहुल गांधी ने कहा- अर्थव्यवस्था की बर्बादी नोटबंदी से शुरू हुई थी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी जीडीपी को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने ट्वीट किया था, GDP-23.9, देश की अर्थव्यवस्था की बर्बादी नोटबंदी से शुरू हुई थी। तब से सरकार ने एक के बाद एक गलत नीतियों की लाइन लगा दी।
सचिन पायलट ने भी साधा निशाना
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी मोदी सरकार पर हमला करते हुए ट्वीट किया। पायलट ने लिखा, भारत की जीडीपी 23.9 फीसदी तक नीचे गिर गई है जो आजादी के बाद हमारा अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है।
समझे, सरकार ने बताया क्यों हुई जीडीपी में गिरावट
कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप और उसकी रोकथाम के लिये लगाए गए ‘लॉकडाउन’ से देश की नरमी में फंसी अर्थव्यवस्था पर और बुरा असर पड़ा है। चालू वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून तिमाही में जीडीपी में 23.9 प्रतिशत की अब तक की सबसे बड़ी तिमाही गिरावट आयी है। इस दौरान कृषि को छोड़कर विनिर्माण, निर्माण और सेवा समेत सभी क्षेत्रों का प्रदर्शन खराब रहा है। सबसे अधिक प्रभाव निर्माण उद्योग पर पड़ा है। जो 50 प्रतिशत से भी अधिक गिरा है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़े के अनुसार सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में इससे पूर्व वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में 5.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिये 25 मार्च से पूरे देश में ‘लॉकडाउन’ (बंद) लगाया था। इसका असर अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों पर पड़ा है। विनिर्माण क्षेत्र में सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) में 2020-21 की पहली तिमाही में 39.3 प्रतिशत की गिरावट आयी जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में इसमें 3 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। हालांकि कृषि क्षेत्र में इस दौरान 3.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई।