नई दिल्ली, 19 अगस्त: कांग्रेस नेता और पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने इमरान खान के प्रधानमंत्री शपथ समारोह में शिरकत की, ऐसे में उन्होंने पाकिस्तान में काफी सुर्खियां बटोरी । हर किसी ने देखा कि किस तरह से सिद्धू शपथ ग्रहण समारोह में पाक आर्मी चीफ जनरल बाजवा से गले मिले।
इस मुलाकात पर सिद्धू ने कहा कि बाजवा ने उनसे कहा कि वे भारत से शांति चाहते हैं। ऐसे में अब सिद्धू को पाकिस्तान से चुनाव लड़ना चाहिए ये भी कहा गया है। खबर के अनुसार इस्लामाबाद में पाकिस्तानी के टीवी चैनल पीटीवी सिद्धू की प्रतिक्रिया की गई। इस दौरान सिद्धू के साथ पीटीआई सीनेटर फैसल जावेद ने कहा इतना कमाल है कि अब हम सोच रहे हैं कि ये इलेक्शन यहां से लड़ें। वहीं, अगर सिद्धू की बात की जाए तो हमेशा की तरह वह यहां भी शायराना अंदाज में नजर आए। उन्होंने कहा कि कुछ जैसे होते हैं वो इतिहास बनाया करते हैं।
वहीं, सिद्धू ने कहा कि पाकिस्तान को लेकर जो माहौल बना है उसको बदलने की जरूर है। साथ ही समारोह के दौरान पाकिस्तान सरकार ने सिद्धू के बैठने की व्यवस्था अन्य विदेशी मेहमानों के साथ ना करके पीओके मुखिया के बगल में की। सिद्धू शपथ ग्रहण समारोह में पहली कतार में बैठे थे। उनके पास पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के राष्ट्रपति (सदर) मसूद खान बैठे थे। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भारत मान्यता नहीं देता। इससे पहले सिद्धू ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से भी गले मिले।
राष्ट्रपति भवन में दाखिल होने से पहले सिद्धू ने कहा, 'खान साहब (इमरान खान) जैसे लोग इतिहास बनाते हैं। उन्हें निमंत्रण भेजकर मेरा सम्मान किया है। जो लोग रिश्ते बनाना जानते हैं उनका हर जगह सम्मान होता है। यह एक नया सवेरा है। इस सरकार के साथ देश की छवि, तस्वीर और भाग्य बदलने की बड़ी-बड़ी उम्मीदें टिकी हुई हैं।' कांग्रेस की अगुवाई वाली पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने निमंत्रण मिलने पर कहा था कि वो भारत के गुडविल ब्रांड एम्बेसडर हैं।
सिद्धू के इस व्यवहार पर बीजेपी ने सवाल उठाए हैं। भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा- सिद्धू और कांग्रेस को देश से माफी मांगना चाहिए। कांग्रेस को यह भी बताना चाहिए कि सिद्धू ने पाकिस्तान जाने के लिए पार्टी की मंजूरी ली थी या नहीं?