पश्चिम बंगाल की बैरकपुर लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार अरुण सिंह ने अपने खिलाफ दर्ज विभिन्न मामलों के मद्देनजर गिरफ्तारी से बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। न्यायालय ने गिरफ्तारी से बचने की बीजेपी उम्मीदवार की याचिका पर सुनवाई पर सहमति जताते हुए पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के दौरान हुई हिंसा पर संज्ञान लिया।
बता दें कि पिछले हफ्ते बीजेपी नेता अर्जुन सिंह को भाटपाड़ा नगर निकाय के अध्यक्ष पद से गुप्त मतदान के जरिए हटा दिया गया था। तृणमूल कांग्रेस से पाला बदलकर बीजेपी में जाने वाले सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था।
भाटपाड़ा विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस से चार बार विधायक रहे सिंह 14 मार्च को भाजपा में शामिल हो गए थे क्योंकि वह बैरकपुर से टिकट नहीं मिलने से नाराज थे। भगवा दल ने उन्हें बैरकपुर से टिकट दिया है। सिंह के बीजेपी में शामिल होने के बाद तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने उत्तर 24 परगना के भाटपाड़ा के 34 सदस्यीय नगर निकाय में अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। सिंह 2010 से इस पद पर आसीन थे। सिंह बैरकपुर सीट से तृणमूल के दो बार के सांसद दिनेश त्रिवेदी के खिलाफ मैदान में है।