Samvidhan Sadan 2023: पुराने संसद भवन को अब "संविधान सदन" कहा जाएगा, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने की घोषणा, पीएम मोदी ने दिया था सुझाव
By सतीश कुमार सिंह | Published: September 19, 2023 05:01 PM2023-09-19T17:01:01+5:302023-09-19T17:02:05+5:30
Samvidhan Sadan 2023: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को कहा कि पुराने संसद भवन को अब 'संविधान सदन' के नाम से जाना जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि संसद का कामकाज यहां नए भवन में स्थानांतरित हो गया है।

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Samvidhan Sadan 2023: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को घोषणा की कि पुराने संसद भवन को अब "संविधान सदन" के नाम से जाना जाएगा, क्योंकि संसद की कार्यवाही आज नए भवन में स्थानांतरित हो गई है। संसद का विशेष सत्र सोमवार को पुरानी इमारत में शुरू हुआ था।
अध्यक्ष ने यह भी घोषणा की कि अब लोकसभा की कार्यवाही में उपयोग किए जाने वाले 'सदन', 'लॉबी' और 'गैलरी' जैसे शब्द नई इमारत को संदर्भित करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘जिस भवन (पुराना भवन) में हम सुबह एकत्र हुए थे, उसे अब संविधान सदन के नाम से जाना जाएगा।’’
इस घोषणा के बाद बिरला ने सदन की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले पुराने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में एक समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुझाव दिया था कि पुराने संसद भवन का नाम ‘संविधान सदन’ रखा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, "हम नए संसद भवन में स्थानांतरित हो रहे हैं। यह एक शुभ दिन है, यह गणेश चतुर्थी है।" मोदी ने कहा, "मेरा सुझाव है कि जब हम नई इमारत में जा रहे हैं, तो इस इमारत की महिमा कभी कम नहीं होनी चाहिए। इसे सिर्फ पुरानी संसद नहीं कहा जाना चाहिए। इसका नाम संविधान सदन रखा जा सकता है।"
लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य मंगलवार को समारोह के लिए पुराने संसद भवन के ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में एकत्र हुए। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को हाथ में संविधान की प्रति लेकर संसद के पुराने भवन से नए भवन तक मार्च किया।
इस दौरान चौधरी के साथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, द्रमुक के नेता टीआर बालू, कनिमोई, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और जयराम रमेश तथा कुछ अन्य नेता भी थे। संसद के नए भवन में प्रवेश करने से पहले चौधरी ने संविधान की प्रति को ऊपर उठाकर दिखाया। चौधरी ने लोकसभा में अपने भाषण के दौरान भी एक बार संविधान की प्रति दिखाई और कहा कि ‘आप जो भी काम करें, यह समझें कि संविधान सर्वोपरि है।’