पटनाःबिहार विधानसभा चुनाव से पहले जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार के तीन मंत्रियों के खिलाफ आरोपों की बौछार कर सियासत को गर्मा दिया है। इसी कड़ी में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राज कुमार सिंह उर्फ आरके सिंह ने पार्टी के बड़े नेताओं पर प्रशांत किशोर के लगाए गए आरोपों को लेकर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने साफ कहा है कि उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल समेत जिन नेताओं पर आरोप लगे हैं, वे या तो खुलकर सफाई दें या इस्तीफा दें। मीडिया से बातचीत करते हुए आरके सिंह ने कहा कि प्रशांत किशोर ने दिलीप जायसवाल पर हत्या और मेडिकल कॉलेज पर अवैध कब्जे का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अगर उनके पास इसका जवाब है तो सामने रखें, नहीं है तो इस्तीफा दे दें। अगर आरोप झूठे हैं तो मानहानि का केस करें।
आरके सिंह ने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रशांत किशोर बार-बार उनकी शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाते हैं। अगर वे सातवीं फेल नहीं हैं, तो मैट्रिक और ग्रेजुएशन की डिग्री सार्वजनिक कर देनी चाहिए। इससे सरकार और पार्टी की साख पर उठ रहे सवाल खत्म होंगे।
उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और सांसद संजय जायसवाल पर लगे आरोपों का जिक्र करते हुए कहा कि सभी नेताओं को सामने आकर अपनी स्थिति साफ करनी चाहिए। अगर आरोप सही हैं तो पद छोड़ देना चाहिए। पार्टी की छवि को धूमिल करने का अधिकार किसी को नहीं है। आरके सिंह ने चेतावनी दी कि इन विवादों के कारण पार्टी का ग्राफ नीचे जा रहा है और जनता के बीच गलत संदेश जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं से लेकर आम मतदाता तक यह देख रहे हैं कि नेताओं पर गंभीर आरोप लग रहे हैं और वे चुप्पी साधे हुए हैं। इतना ही नहीं आरके सिंह ने कहा कि जदयू नेता भगवान सिंह कुशवाहा ने 8-9 हत्याएँ कीं। वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जो पहले राजद से हमारे खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। वह वर्तमान में जदयू में हैं और जदयू ने उन्हें एमएलसी बनाया है। हमने सुना है कि पार्टी उन्हें टिकट देने वाली है, इसलिए हमने संजय झा से कहा कि अगर आप उन्हें टिकट देंगे, तो हम उनका विरोध करेंगे। इसी तरह, हमने सुना है कि राधा चरण शाह, जो एक जाने-माने ड्रग माफिया हैं, को टिकट मिलने वाला है। इसलिए हमने कहा कि अगर आप उन्हें टिकट देंगे, तो हम उनका विरोध करेंगे।
उल्लेखनीय है कि प्रशांत किशोर के कारण जदयू में भी अंतर्कलह देखने को मिल रही है। दरअसल, प्रशांत किशोर ने जदयू के दिग्गज नेता और मंत्री अशोक चौधरी पर 200 करोड़ के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। इस पर जदयू के मुख्य प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार ने अशोक चौधरी से जवाब मांगा है। नीरज कुमार ने कहा है कि बेनामी संपत्ति जुटाए जाने को लेकर आप पर जो आरोप लगे हैं उसकी सफाई तो देनी पड़ेगा। किसी का भी सार्वजनिक जीवन लोक लाज से चलता है। ऐसा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कहते हैं. जिनपर आरोप लगा है उन्हें अपनी बात जरूर कहनी चाहिए। हमारी पार्टी की यही कार्यनीति रही है।
बता दें कि आरा संददीय सीट से लोकसभा सदस्य रहे आरके सिंह ने बिहार चुनाव के पहले भाजपा को मुश्किलों में डाल दिया है। राजपूत जाति से आने वाले आरके सिंह को पिछले लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। इसका एक कारण भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह का भाजपा से बगावत कर काराकाट से चुनाव लड़ना माना गया।
इससे राजपूत जाति में भाजपा के प्रति आक्रोश माना गया। ऐसे में अब फिर से आरके सिंह ने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और बिहार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर सवाल उठाकर पार्टी की चिंता बढ़ा दी है। आरके सिंह ने पिछले दिनों ही पवन सिंह से मुलाकात की थी।
अब पीके के सुर में सुर मिलाकर उन्होंने फिर से पार्टी को एक तरह से सख्त संदेश दिया है कि अगर उनकी बातों को गम्भीरता से नहीं लिया गया तो इसका बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा। खासकर जदयू नेताओं को लेकर विरोध करने की बातें कहकर उन्होंने अभी से मंशा स्पष्ट कर दी है कि वे बड़ा खेला चुनाव में कर सकते हैं। पवन सिंह से हुई उनकी मुलाकात को राजपूत समाज को गोलबंद करने की रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है।