Sambhal Violence: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधीउत्तर प्रदेश से कांग्रेस के पांच अन्य सांसदों के साथ बुधवार को हिंसा प्रभावित संभल का दौरा करने के लिए रवाना हुए हैं। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दोनों ही संभल में हिंसाग्रस्त इलाके में जाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन पुलिस ने उन्हें गाजीपुर बॉर्डर पर ही रोक लिया है। संभल में राहुल गांधी के दौरे से पहले भारी बैरिकेड्स को तोड़कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एकत्र होने से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर भीषण जाम लग गया।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए और वाहनों की जांच शुरू की। सहायक पुलिस आयुक्त स्वतंत्र कुमार सिंह ने कहा, "हमें हाईवे पर लोगों के एकत्र होने की सूचना मिली थी और हमने कोई अप्रिय घटना न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है।"
हालांकि, कांग्रेस कार्यकताओं ने इसका विरोध किया है। जबकि यूपी पुलिस और प्रशासन ने उन्हें जिले में पहुंचने से पहले ही रोकने के लिए तैयारी पूरी कर ली है। गौरतलब है कि शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 (निषेधाज्ञा) संभल में 31 दिसंबर तक लागू रहेगी। इसके साथ ही, संभल में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक शनिवार को खत्म हो रही थी, उसे जिलाधिकारी ने बढ़ाकर 10 दिसंबर कर दिया है।
पिछले सप्ताह समाजवादी पार्टी (सपा) के कई सांसदों को जिले में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। राहुल गांधी के दौरे के चलते संभल में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है और जिले की सीमाओं पर निरीक्षण किया जा रहा है।
संभल के जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने मंगलवार को गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद के पुलिस आयुक्तों और अमरोहा तथा बुलंदशहर जिलों के पुलिस अधीक्षकों को एक पत्र लिखा था जिसमें उनसे आग्रह किया गया कि वे संभल की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए राहुल गांधी को अपने जिलों की सीमाओं पर रोकें।
इसको लेकर, गाजियाबाद पुलिस ने दिल्ली से लगती जिले की सीमाओं पर सड़कों पर अवरोधक लगा दिए हैं और भारी पुलिस बल तैनात किया है। संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘सभी जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया गया है कि वे 10 दिसंबर तक जिले में न आएं। इसके लिए उन्हें संदेश भी भेजा गया है और उन्हें संभल जिले में बीएनएसएस 163 के लागू होने के बारे में भी जानकारी दी गई है। मुझे उम्मीद है कि वे संभल की शांति व्यवस्था बनाए रखने में हमारा सहयोग करेंगे।"
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘पुलिस अपने संदेश में बीएनएसएस की धारा 163 का हवाला दे रही है, इसलिए हम आग्रह करेंगे कि वे कम से कम चार लोगों को अंदर जाने दें। अगर रोका गया तो हम राहुल जी, प्रियंका गांधी वाद्रा जी, उत्तर प्रदेश भारी प्रभारी अविनाश पांडे जी और खुद को अंदर जाने की अनुमति देने पर जोर देंगे।’’ कार्यक्रम के अनुसार, राहुल गांधी सुबह 10 बजे दिल्ली से संभल के लिए रवाना होंगे और 24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात करेंगे। उसके बाद वह दिल्ली लौट जाएंगे।
संभल की एक अदालत ने 19 नवंबर को शहर के कोट पूर्वी मोहल्ले में स्थित मुगल कालीन जामा मस्जिद के सर्वेक्षण का आदेश दिया था और उसी दिन एक टीम ने वहां का सर्वेक्षण किया था। तभी से विवाद पैदा हो गया था। उसके बाद 24 नवंबर को दोबारा सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क गई जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी।
अदालत ने सर्वेक्षण का आदेश उस याचिका पर दिया है जिसमें दावा किया गया है कि जिस जगह पर जामा मस्जिद स्थित है वहां पहले कभी हरिहर मंदिर हुआ करता था।