सचिन पायलट ने गहलोत सरकार को दी चेतावनी, कहा- 'इस महीने के अंत तक हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो...'
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 15, 2023 03:39 PM2023-05-15T15:39:40+5:302023-05-15T15:42:14+5:30
सचिन पायलट ने अपनी यात्रा के आखिरी दिन कहा कि हमारा संघर्ष किसी नेता के खिलाफ नहीं है। ये भ्रष्टाचार के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि हमारे युवाओं का जीवन अंधकार में चला जा रहा है।
जयपुर: सोमवार (15 मई) को कांग्रेस नेता सचिन पायलट की राजस्थान में निकाली गई जन संघर्ष यात्रा का आखिरी दिन था। जयपुर में अपनी 'जन संघर्ष यात्रा' के समापन से पहले राजस्थानकांग्रेस विधायक सचिन पायलट ने कहा कि अगर इस महीने के अंत तक हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो मैं पूरे प्रदेश में जनता के साथ 'आंदोलन' करूंगा। हम जनता के मुद्दों को उठाते रहेंगे।
#WATCH | If our demands are not by the end of this month, then I will hold an 'andolan' with the public in the entire state. We will continue to raise the issues of the public: Rajasthan Congress MLA Sachin Pilot before the conclusion of his 'Jan Sangharsh Yatra' in Jaipur pic.twitter.com/jSjiEXTUkA
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) May 15, 2023
पायलट ने यात्रा भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर निकाली थी। इस पूरी यात्रा को पायलट और गहलोत के बीच जारी सियासी टकराव के अगले चरण के रूप में देखा गया।
सचिन पायलट ने अपनी यात्रा के आखिरी दिन कहा, "हमारा संघर्ष किसी नेता के खिलाफ नहीं है। ये भ्रष्टाचार के खिलाफ है। राजस्थान में हमारी सरकार हटी थी तब कांग्रेस की बहुत कम सीट थी। तब मुझे कहा गया कि आपको कांग्रेस का अध्यक्ष बनना है। हमने पांच साल एकजुट होकर काम किया। वसुंधरा राजे के शासन में जो भ्रष्टाचार हुआ उस पर हमने आरोप लगाया। जब हमारी सरकर बनी तो जो हमने कहा था वो हमने किया लेकिन जो आरोप हमने लगाया था उसको आज साढ़े चार साल हो गए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।"
पायलट ने कहा, "मैं एक वादा करना चाहता हूं कि मैं लंबे समय से राजनीति कर रहा हूं। यात्रा में बहुत साथी साथ चले और मैं कहना चाहता हूं कि आखिरी सांस तक प्रदेश की जनता की सेवा करता रहूंगा। राजनीति सिर्फ पद के लिए नहीं होती, जो भी कुर्बानी देनी पड़े तो दूंगा। हमारी मांग है कि जो पेपर लीक पीड़ित हैं उन्हें मुआवजा मिले। आरपीएस को भंग किया जाये। नये सिरे से चयन प्रक्रिया तय हो। वसुंधरा सरकार के खिलाफ लगे आरोपों की जांच हो।"
उन्होंने कहा कि हमारे युवाओं का जीवन अंधकार में चला जा रहा है। 20 से 25 लाख बच्चे हर साल गांव से शहर आते हैं, कोचिंग करते हैं। उनके मां बाप पेट काटकर फीस देते हैं। उनके पेपर कैंसिल हो जाते हैं, पेपर लीक हो जाते हैं, उम्र निकल जाती है। युवाओं का भविष्य सुरक्षित नहीं तो देश भी सुरक्षित नहीं। राजस्थान की जनता समझदार है वो सब सही गलत समझती है।
बता दें कि राजस्थान में इसी साल चुनाव होने हैं और मुख्यमंत्री पद को लेकर अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खींचतान जारी है।