वीडियो: पीएम मोदी ने की अशोक गहलोत की तारीफ तो बोले सचिन पायलट- 'पीएम ने इसी तरह की थी गुलाम नबी आजाद की तारीफ और...'
By मनाली रस्तोगी | Published: November 2, 2022 01:53 PM2022-11-02T13:53:27+5:302022-11-02T13:58:10+5:30
सचिन पायलट ने कहा कि 25 सितंबर को कथित तौर पर कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का बहिष्कार करने वाले पार्टी के तीन नेताओं को नोटिस पर फैसला लिया जाना चाहिए।
जयपुर:कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने बुधवार को एक बार फिर (अप्रत्यक्ष रूप से) स्पष्ट कर दिया कि उनके और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत पर परोक्ष हमला किया।
पायलट ने अपने आवास पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "दिलचस्प है कि पीएम ने कल (सीएम) की तारीफ की। इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए क्योंकि पीएम ने इसी तरह संसद में गुलाम नबी आजाद की तारीफ की थी और जो हुआ हम सबने देखा।" मंगलवार को सीएम गहलोत ने पीएम मोदी के साथ एक मंच साझा किया था, जो राजस्थान के बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
#WATCH | Rajasthan Cong MLA Sachin Pilot says, "...I find the heaps of praises by PM Modi (on CM Gehlot y'day)very interesting. PM had similarly praised GN Azad in Parliament. We saw what happened after that. It was an interesting development y'day. Shouldn't be taken lightly..." pic.twitter.com/QBknOLVWJT
— ANI (@ANI) November 2, 2022
कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा था, "अशोक जी और मैंने मुख्यमंत्री के रूप में साथ काम किया है। वह हमारे लॉट में सबसे सीनियर थे। वह अभी भी मंच पर बैठे लोगों में सबसे वरिष्ठ मुख्यमंत्रियों में से एक हैं।" वहीं, अपनी बात को जारी रखते हुए पायलट ने कहा कि कथित तौर पर 25 सितंबर को कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का बहिष्कार करने वाले तीन पार्टी नेताओं को नोटिस देने पर तुरंत फैसला लिया जाना चाहिए।
As far as Raj is concerned, a CLP meet called on 25 Sept couldn't be held. AICC considered it a matter of indiscipline...Rules same for all. So, if indiscipline occurred&replies were given,action should be taken.I believe party chief Kharge will take a decision soon: Sachin Pilot pic.twitter.com/PbtSLt98bP
— ANI (@ANI) November 2, 2022
कांग्रेस आलाकमान के 'एकतरफा' निर्णय से नाराज होकर, बिना उनसे सलाह लिए एक नया मुख्यमंत्री चुनने के फैसले से, लगभग 90 विधायकों ने सीएलपी की बैठक को छोड़ दिया था और 25 सितंबर की देर रात राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। तब से जोशी के पास इस्तीफे लंबित हैं। घटनाक्रम के बाद पार्टी ने राजस्थान के संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल, राज्य के मुख्य सचेतक महेश जोशी और आरटीडीसी प्रमुख धर्मेंद्र राठौर को नोटिस सौंपे थे। तीनों ने बाद में नोटिस का जवाब दिया लेकिन अभी तक उन पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।