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यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स माइकल ने पीएम मोदी से बात की, खारकीव में भारतीय छात्र की मौत पर जताया दुख

By सतीश कुमार सिंह | Updated: March 1, 2022 20:24 IST

Russia Ukraine War: यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद युद्धग्रस्त देश का हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण भारत वहां फंसे अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया से लगी उसकी (यू्क्रेन की) सीमा चौकियों के जरिए वहां से बाहर निकाल रहा है।

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ठळक मुद्देछात्र कर्नाटक के हावेरी जिले के चलगेरी का निवासी था।भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर के पिता से बात कर संवेदना प्रकट की। भारतीयों को सलाह दी जाती है कि वे आज तत्काल कीव छोड़ दें।

Russia Ukraine War: यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स माइकल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है। खारकीव में भारतीय छात्र की मौत पर दुख जताया। चार्ल्स मिशेल ने कहा कि यूरोपीय देश यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने में तहेदिल से मदद कर रहे हैं।

चार्ल्स मिशेल ने ट्वीट किया कि निर्दोष नागरिकों के खिलाफ अंधाधुंध रूसी हमलों के कारण आज खारकीव में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई। हमें इसका अफसोस है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच आज टेलीफोन पर बातचीत हुई।

यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पूर्वी यूरोप के इस युद्धग्रस्त देश के खारकीव शहर में मंगलवार सुबह गोलाबारी में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई। इसके कुछ ही घंटे पहले यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने छात्रों सहित सभी भारतीयों को उपलब्ध ट्रेन या किसी अन्य माध्यम से आज तत्काल कीव छोड़ने का सुझाव दिया था।

गोलाबारी में मारा गया भारतीय यूक्रेन में मेडिकल का विद्यार्थी था। रूस के हमले के बाद यूक्रेन में जारी युद्ध में यह किसी भारतीय व्यक्ति की मौत का पहला मामला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन में जारी युद्ध और वहां से भारतीयों, विशेषकर छात्रों की सुरक्षित निकासी के लिए चलाए जा रहे अभियान के बीच मंगलवार को एक उच्च-स्तरीय बैठक बुलाई।

पिछले 48 घंटे में यूक्रेन के मुद्दे पर उनकी यह चौथी बैठक है। सूत्रों ने कहा कि यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामक सैन्य कार्रवाई के मद्देनजर प्रधानमंत्री ने पूर्वी यूरोपीय देश में फंसे भारतीयों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए वायुसेना को मोर्चे पर जुट जाने को कहा है।

उन्होंने बताया कि भारतीय वायुसेना यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए चलाए जा रहे ‘‘आपरेशन गंगा’’ नामक इस अभियान के तहत, कई सी-17 विमान तैनात कर सकती है। इस विमान की क्षमता करीब 300 यात्रियों की है। अभी तक रोमानिया और हंगरी से केवल निजी परिचालकों द्वारा भारतीयों को वापस लाया जा रहा है।

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