पटनाः बिहार में रुपौली विधानसभा उपचुनाव को लेकर पूर्व विधायक बीमा भारती ने एक बार फिर अपना दावा ठोक दिया है। टिकट की आस में बीमा भारती मंगलवार को सीधे राबड़ी आवास पहुंची और पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात की। इस दौरान उनके पति अवधेश मंडल भी साथ थे। मुलाकात के बाद जब बीमा भारती बाहर निकलीं तो चेहरे पर मुस्कान थी, जिससे पता चल रहा था कि सबकुछ ऑल इज वेल है। मीडिया से मुखातिब होते हुए बीमा भारती ने कहा कि वह किसी भी हालत में रुपौली सीट नहीं छोड़ेंगी। उन्होंने कहा कि उनके परिवार का ही कोई सदस्य चुनाव लड़ेगा। उन्होंने कहा कि कहीं कोई दिक्कत नहीं है। बीमा भारती ने कहा कि इस सीट से वह कई बार विधायक रही हैं, ऐसे में उनका स्वाभाविक दावा बनता है।
जहां तक लोकसभा चुनाव में हार का सवाल है तो लोकसभा और विधानसभा का चुनाव बिल्कुल अलग-अलग होता है। उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद जी से बात हो गई है, शाम को दोबारा आकर राजद का सिंबल ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि या तो वह खुद उम्मीदवार होंगी या फिर उनके पति अवधेश मंडल रुपौली से चुनाव लड़ेंगे।
इधर, लालू प्रसाद से मुलाकात के बाद बीमा भारती जब अपने आवास पर पहुंची तो वहां पुलिस को देखकर आग बबूला हो गईं। दरअसल, हत्या की साजिश रचने के आरोप में बीमा भारती के बेटे राजा को गिरफ्तार करने के लिए पूर्णिया पुलिस की टीम पटना पहुंचकर उनके आवास पर धमक पड़ी। पुलिस की दबिश से बीमा भारती भड़क गयी और उन्होंने इस तरह सरकारी आवास में घुसने का विरोध किया।
हालांकि पुलिस खाली हाथ वापस लौटी। पुलिस बीमा भारती के बेटे को खोज रही थी और थाना पर भेज देने की बात कहकर पुलिस वापस लौट गई। पुलिस की मानें तो बीमा भारती के पुत्र राजा कुमार ने ही व्यवसायी की हत्या के लिए पांच लाख की सुपारी दी थी। पूर्णिया के भवानीपुर बाजार में बीते 2 जून को कारोबारी गोपाल यादुका हत्याकांड को पूर्णिया पुलिस ने सुलझा लेने का दावा किया है।
बीमा भारती के बेटे से इस हत्याकांड का कनेक्शन जुड़ रहा है। इस मामले में गिरफ्तार किए गए अपराधियों से पूछताछ के दौरान उन्होंने पुलिस के बताया है कि बीमा भारती के बेटे राजा ने कारोबारी की हत्या करने के लिए उन्हें सुपारी दी थी। गोपाल यादुका की हत्या करने की डील पांच लाख रुपये में तय हुई थी।