रुपौली विधानसभा उपचुनावः सीएम नीतीश और तेजस्वी यादव दिखा रहे दमखम, पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने इस प्रत्याशी को किया समर्थन, आखिर क्या है समीकरण
By एस पी सिन्हा | Updated: July 9, 2024 15:41 IST2024-07-09T15:39:44+5:302024-07-09T15:41:08+5:30
Rupauli Assembly by-election: जदयू उम्मीदवार संतोष कुशवाहा को 97469 मत और पप्पू यादव को 72795 मत मिला था।

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पटनाः बिहार में रुपौली विधानसभा उपचुनाव में पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव के द्वारा राजद प्रत्याशी बीमा भारती को समर्थन देने का ऐलान के बाद सियासी हलचल बढ गई है। हालांकि पप्पू यादव के द्वारा बीमा भारती को समर्थन करने के बाद भी जदयू इसको लेकर चिंतित नहीं दिखाई दे रही है। दरअसल, लोकसभा चुनाव में रुपौली विधानसभा से पप्पू यादव जदयू उम्मीदवार से तकरीबन 25 हजार से भी ज्यादा मतों से पीछे थे। जदयू उम्मीदवार संतोष कुशवाहा को 97469 मत मिला था और पप्पू यादव को 72795 मत मिला था। संतोष कुशवाहा को मिले वोटों को लेकर तब शंकर सिंह ने दावा किया था।
बीमा भारती ने तब लोजपा के शंकर सिंह को 19330 मतों से पराजित किया था
उनकी ही मेहनत के कारण जदयू ने रुपौली में बड़ी लीड ली। ऐसे में लोकसभा चुनाव में पप्पू यादव की रुपौली में कोई प्रभावशाली उपस्थिति नहीं दिखी थी। वहीं वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में बतौर जदयू के उम्मीदवार बीमा भारती को 64284 मत मिले थे। बीमा भारती ने तब लोजपा के शंकर सिंह को 19330 मतों से पराजित किया था।
बीमा और पप्पू को संतोष कुशवाहा के मुकाबले पिछड़ना पड़ा
पूर्णिया लोकसभा चुनाव में पप्पू यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। वहीं बीमा भारती ने राजद उम्मीदवार के रूप में किस्मत आजमाते हुए पप्पू यादव पर बड़ा हमला किया था। जिस रुपौली से बीमा ने 5 बार विधानसभा चुनाव जीता, वहां भी बीमा और पप्पू को संतोष कुशवाहा के मुकाबले पिछड़ना पड़ा। ऐसे में विधानसभा उपचुनाव में पप्पू और बीमा का एक साथ आना भी जदयू को चिंता मुक्त किए है।
एनडीए समर्थित जदयू उम्मीदवार कलानंद मंडल
हालांकि शंकर सिंह ने दावा किया है कि रुपौली में उनकी मेहनत के कारण ही जदयू के संतोष कुशवाहा ने 97469 वोट हासिल किया। रुपौली विधानसभा में 307030 मतदाता हैं। जिसमे सर्वाधिक 75222 मतदाता मंडल जाति से आते हैं। यही कारण है कि राजद ने पांच बार की विधायक बीमा भारती को अपना उम्मीदवार बनाया है तो एनडीए समर्थित जदयू उम्मीदवार कलानंद मंडल हैं जो मंडल जाति से आते है।
वहीं लोजपा के टिकट पर एक बार विधायक रहे शंकर सिंह निर्दलीय प्रत्याशी बनकर सभी को चुनौती दे रहे हैं। शंकर सिंह को एक ओर जहां सवर्ण जाति का समर्थन प्राप्त है। वहीं निर्दलीय होने के कारण और कई जाति का समर्थन उन्हें मिल रहा है। लिहाजा त्रिकोणात्मक संघर्ष रुपौली विधानसभा उपचुनाव में स्पष्ट नजर आ रहा है।
बीमा भारती के पति का नाम बाहुबली में शुमार
उधर, जदयू उम्मीदवार कलाधर मंडल डबल इंजन की सरकार में हो रहे विकास कार्य और मंडल जाति को अपना वोट बैंक मान रहे हैं। हालांकि जदयू उम्मीदवार कलाधर मंडल का कहना है कि 25 वर्षों से चुनाव जीतती आ रही बीमा भारती से जनता नाखुश है। इस बीच बीमा भारती के पति का नाम बाहुबली में शुमार है।
हाल के दिनों में हुई हत्या में उनकी संलिप्त को लेकर वारंट भी निकल चुका है तो वही निर्दलीय प्रत्याशी शंकर सिंह भी बाहुबली में गिने जाते हैं। जबकि जदयू प्रत्याशी कलाधर मंडल पेशे से शिक्षक रहे हैं और पिछले विधानसभा चुनाव में भी भाग्य आजमा चुके हैं। रूपौली 10 जुलाई को मतदान होगा। लेकिन मतदान के पहले जदयू के कलाधर मंडल, राजद की बीमा भारती और निर्दलीय शंकर सिंह अपनी अपनी जीत को लेकर बड़ा दावा कर रहे हैं।