लाइव न्यूज़ :

आरएसएस के सह सरकार्यवाह मनोहन वैद्य ने कहा- धर्मयुद्ध का शंखनाद है पांचजन्य

By भाषा | Updated: September 8, 2021 22:29 IST

Open in App

नयी दिल्ली, आठ सितंबर आरएसएस के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा है कि पांचजन्य धर्मयुद्ध का शंखनाद कर रहा है । वैद्य का यह बयान ऐसे समय में आया है जब इस साप्ताहिक में साफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस की आलोचना करने से जुड़े एक लेख से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार प्रमुख ने दूरी बना ली थी ।

पांचजन्य एवं आर्गेनाइजर के नये कार्यालय का उद्घाटन करते हुए मनमोहन वैद्य ने कहा है कि भारत का विचार सर्वसमावेशक है और इसी को आगे बढ़ाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में वैचारिक युद्ध तो चल ही रहा है, साथ ही राष्ट्रवादी शक्तियां मजबूत न होने पाए इसके लिये राष्ट्रविरोधी तत्व हर स्तर पर प्रयासरत हैं ।

उन्होंने सोमवार को आयोजित समारोह में कहा, ‘‘ ऐसे में भारत में राष्ट्रविरोधी विचारों को प्रभावी नहीं होने देना है। एक तरह से यह धर्मयुद्ध है और पांचजन्य धर्मयुद्ध का शंखनाद ही है। ’’ वैद्य ने कहा कि जो लोग धर्म के साथ नहीं हैं, उन पर बाण चलाने पड़ेंगे । उन्होंने कहा कि हमने सारे समाज को अपना माना है, इसलिये समाज को साथ लेकर चलना पड़ेगा जो भारत का मूल विचार है।

संघ के सह सरकार्यवाह ने कहा, ‘‘ सभी भारत माता की संतान है और सभी के सहयोग से ही हम धर्मयुद्ध जीतेंगे । ’’

गौरतलब है कि पांचजन्य और आर्गेनाइजर भारत प्रकाशन द्वारा प्रकाशित होते हैं और ऐसा समझा जाता है कि इन दोनों साप्ताहिक पत्रिकाओं में संघ से संबंधित वैचारिक विचार प्रदर्शित होते हैं ।

पांचजन्य के संपादक हितेश शंकर ने कहा कि पांचजन्य और आर्गेनाइजर राष्ट्रीय महत्व से जुड़े विषयों को उठाते हैं और इसलिये जाने जाते हैं ।

पांचजन्य ने इस महीने के अपने एक अंक में प्रकाशित लेख में साफ्टवेयर कंपनी द्वारा तैयार किये गए आयकर और जीएसटी पोर्टल में खामियों को लेकर उसकी आलोचना करते हुए आशंका व्यक्त की थी कि क्या इंफोसिस के माध्यम से कोई राष्ट्र विरोधी ताकत भारत के आर्थिक हितों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर रही है।

आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने स्थिति स्पष्ट करते हुए एक ट्वीट में कहा था कि पांचजन्य में कंपनी के बारे में छपे विचारों के लिए संगठन को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता और पांचजन्य संघ का मुखपत्र नहीं है। उन्होंने कहा था कि भारतीय कंपनी के रूप में इंफोसिस ने भारत की तरक्की में अहम योगदान दिया है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतमुंबई निगम चुनावः नगर परिषद और पंचायत में करारी हार?, ठाकरे-पवार को छोड़ वीबीए-आरपीआई से गठजोड़ करेंगे राहुल गांधी?

भारतपालघर नगर परिषद में शिवसेना के उत्तम घरत ने भाजपा के कैलाश म्हात्रे को हराया और बीजेपी ने जव्हार नगर परिषद और वाडा नगर पंचायत पर किया कब्जा

भारतनगर परिषद और नगर पंचायत चुनावः MVA ने हार स्वीकार की, कहा-पैसा और निर्वाचन आयोग के कारण हारे

भारतमहाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनावः अभी तो ‘ट्रेलर’ है?, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा-15 जनवरी को नगर निगम में फिल्म दिखेगा, असली शिवसेना कौन?

भारतMaharashtra Local Body Polls Result: विपक्ष ने महायुति की जीत के लिए 'पैसे की ताकत' और 'फिक्स्ड' ईवीएम का लगाया आरोप

भारत अधिक खबरें

भारतलोहा नगर परिषद चुनावः गजानन सूर्यवंशी, पत्नी गोदावरी, भाई सचिन, भाभी सुप्रिया, बहनोई युवराज वाघमारे और भतीजे की पत्नी रीना व्यावहारे की हार, भाजपा को झटका

भारतसातारा नगर परिषद अध्यक्षः 42,000 वोटों से जीते अमोल मोहिते, मंत्री शिवेंद्रसिंह भोसले ने कहा-मोहिते ने 57,596 और सुवर्णदेवी पाटिल को 15,556 वोट

भारतराष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने VB-G RAM G बिल को दी मंज़ूरी, जो लेगा MGNREGA की जगह

भारत‘महाराष्ट्र में बीजेपी एक बार फिर नंबर 1’: महाराष्ट्र नगर निकाय चुनाव परिणाम को लेकर सीएम देवेंद्र फडणवीस ने वोटर्स को जताया अभार

भारतमहाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनाव: नगर परिषद-नगर पंचायत में कुल सीट 288, महायुति 212 सीट पर आगे?, ब्रह्मपुरी नगर परिषद पर कांग्रेस का कब्जा, 23 में से 21 सीट पर जीत