नागपुर, 19 दिसम्बर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने शनिवार को कहा कि एम जी वैद्य के निधन से संगठन ने एक वरिष्ठ संरक्षक खो दिया है।
वैद्य को आरएसएस के विचारक के तौर पर जाना जाता था। उनका आज दिन में निधन हो गया। वह 97 वर्ष के थे।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और महासचिव भैयाजी जोशी ने आरएसएस के ट्विटर हैंडल पर एक संयुक्त बयान में कहा, ‘‘माधव गोविंद उर्फ बाबूरावजी वैद्य के निधन से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हम सभी स्वयंसेवकों ने हमारे वरिष्ठ संरक्षकों में से एक को खो दिया है।’’
दोनों ने वैद्य को एक ऐसा व्यक्ति बताया जिन्हें संस्कृत का काफी ज्ञान था, जो एक शानदार पत्रकार, एक शानदार लेखक थे।
बयान में कहा गया, ‘‘उनका निजी, पारिवारिक और सामाजिक जीवन संघ के संस्कार का प्रतिबिंब था।’’
बयान में यह भी उल्लेख किया गया कि आरएसएस के पहले राष्ट्रीय प्रवक्ता वैद्य ने संगठन को विश्व के सामने एक बहुत ही सरल भाषा में प्रस्तुत किया।
एम जी वैद्य के पुत्र एवं आरएसएस के संयुक्त महासचिव मनमोहन वैद्य ने उन्हें ‘‘हिंदुत्व का एक उन्नायक’’ बताया जिन्होंने एक सक्रिय, सार्थक और प्रेरक जीवन जीया।
उन्होंने कहा, "जब वह आठ साल के थे, तब आरएसएस के स्वयंसेवक बन गए थे...वह 95 वर्ष की आयु तक संघ की शाखा में भाग लेते थे।
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