नयी दिल्ली, 28 जुलाई अनुसंधानकर्ताओं के एक समूह ने एक ‘नैनो स्ट्रक्चर्ड’, खुद साफ होने वाली, टिकाऊ एल्युमिनियम सतह विकसित की है जिसे बायोमेडिकल से लेकर एयरोस्पेस और ऑटोमोबाइल से लेकर घरेलू उपकरणों सहित कई क्षेत्रों में उपयोग किया जा सकता है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने बुधवार को यह जानकारी दी।
एल्युमिनियम एक हल्की धातु है, जिसका विविध औद्योगिक उपयोग होता है और इसे आसानी से पिघलाया और नया आकार दिया जा सकता है।
हालांकि, वायु में प्रदूषकों के जमा होने एवं आर्द्रता के चलते वायुमंडलीय क्षरण इसकी क्षमता और टिकाऊपन को सीमित करता है। इसके अलावा, एल्युमिनियम की ऊपरी परत के पानी के साथ बहने से भी पर्यावरणीय और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे पैदा होते हैं।
विभाग ने कहा कि इन समस्याओं से निजात पाने के लिए शिव नाडर विश्वविद्यालय की मेकैनिकल इंजीनियरिंग विभाग के हरप्रीत सिंह ग्रेवाल, हरप्रीत सिंह अरोड़ा और गोपीनाथ पेरूमल तथा भौतिकी विभाग के सजल कुमार घोष और प्रिया मंडल ने संयुक्त रूप से नैनो स्ट्रक्चर्ड एल्युमिनियम सतह विकसित की है।
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