नयी दिल्ली, सात दिसंबर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मंडी के अनुसंधानकर्ताओं ने एक ऐसी तकनीक पेश की है जो दाब-विद्युत (पीजोइलेक्ट्रिक) पदार्थ से बिजली के उत्पादन को बढ़ा सकती है और इसका इस्तेमाल सड़क पर लोगों के चलने से विद्युत ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए फर्श पर लगने वाले टाइल्स में किया जा सकता है।
पीजोइलेक्ट्रिक (दाब-विद्युत) सामग्री किसी यांत्रिक दबाव में विद्युत प्रवाह उत्पन्न करती हैं।
अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार उन्होंने यांत्रिक ऊर्जा तथा विद्युत ऊर्जा का अंत: परिवर्तन करने वाले दाब-विद्युत पदार्थों का संख्यात्मक अध्ययन किया और इन सामग्रियों से विद्युत उत्पादन बढ़ाने के लिए नयी व्यवस्था की पेशकश की है।
इंजीनियरिंग रिपोर्ट्स पत्रिका में परिणाम प्रकाशित किये गये हैं।
आईआईटी मंडी के एसोसिएट प्रोफेसर राजीव कुमार ने कहा, ‘‘पीजोइलेक्ट्रिक पदार्थों पर दबाव पड़ने पर ये विद्युत ऊर्जा उत्पन्न कर सकते हैं और इसलिए ये बहुत उपयोगी हैं। उदाहरण के लिए लोगों के चलने से या सड़कों पर वाहनों के चलने से सड़कों पर जलने वाली लाइट और सिग्नल के लिए टाइल्स में इन सामग्री का इस्तेमाल किया जा सकता है।
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