Republic Day 2025:भारत अपने गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियों में जुटा हुआ है। इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह बेहद खास रहने वाला है क्योंकि भारत के सांस्कृति विविधता की झलक पूरी दुनिया देखेगी। इस साल इंडोनेशिया के राष्ट्रपति मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लेंगे। ऐसे में रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इंडोनेशिया से 160 सदस्यीय मार्चिंग टुकड़ी और 190 सदस्यीय बैंड टुकड़ी 26 जनवरी को भारतीय सशस्त्र बलों की टुकड़ियों के साथ कर्तव्य पथ पर 76वें गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेगी। कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड की शुरुआत देश के विभिन्न हिस्सों का प्रतिनिधित्व करने वाले 300 सांस्कृतिक कलाकारों द्वारा 'सारे जहां से अच्छा' संगीत वाद्ययंत्र बजाकर की जाएगी।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "यह स्वदेशी वाद्ययंत्रों का मिश्रण है जो एक अरब भारतीयों के दिलों की धुन, ताल और उम्मीदों के साथ प्रतिध्वनित होता है। वाद्ययंत्रों के समूह में शहनाई, सुंदरी, नादस्वरम, बीन, मशक बीन, रणसिंह - राजस्थान, बांसुरी, कराडी मजालू, मोहुरी, शंख, तुतारी, ढोल, गोंग, निशान, चांग, ताशा, संबल, चेंडा, इडक्का, लेज़िम, थविल, गुदुम बाजा, तालम, मोनबाह जैसे पवन और ताल वाद्यों का विस्तृत मिश्रण शामिल है।"
इंडोनेशियाई राष्ट्रपति मुख्य अतिथि होंगे
इंडोनेशियाई राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो 26 जनवरी को 76वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। राष्ट्रपति के रूप में सुबियांटो की यह पहली आधिकारिक भारत यात्रा होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति सुबियांटो को इस राजकीय यात्रा के लिए निमंत्रण दिया।
भारत-इंडोनेशिया संबंध लंबे समय से मजबूत रहे हैं, इंडोनेशिया भारत की एक्ट ईस्ट नीति और इंडो-पैसिफिक विजन में एक प्रमुख भागीदार के रूप में कार्य कर रहा है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, सुबियांटो की यात्रा द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर प्रदान करती है।
गणतंत्र दिवस पर कितनी झांकियां लेंगी भाग
इस वर्ष, विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 16 और केंद्र सरकार के 15 मंत्रालयों, विभागों और संगठनों की 31 झांकियाँ गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेंगी। इस वर्ष की झांकी का विषय 'स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास' है। दो झांकियाँ भारत के संविधान के 75 वर्ष पूरे होने को प्रदर्शित करेंगी। अन्य महत्वपूर्ण आकर्षण भगवान बिरसा मुंडा, सरदार वल्लभभाई पटेल और भारत मौसम विज्ञान विभाग की 150वीं जयंती हैं।
यह गणतंत्र दिवस संविधान के लागू होने की 75वीं वर्षगांठ भी मनाएगा। संविधान 26 नवंबर, 1949 को अपनाया गया था और 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ जब भारत गणतंत्र बना।
राष्ट्रगान के बाद, भारतीय संविधान के 75वें वर्ष के आधिकारिक लोगो के बैनर वाले गुब्बारे छोड़े जाएंगे। मंत्रालय ने कहा कि कार्यक्रम का समापन 47 विमानों द्वारा फ्लाईपास्ट के साथ होगा। परेड की शुरुआत सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ होगी। बयान में कहा गया है, "राष्ट्रपति एक औपचारिक बग्गी में कर्त्तव्य पथ पर पहुंचेंगे और एक औपचारिक मार्च पास्ट के दौरान सलामी लेंगे, जिसमें सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों, सहायक नागरिक बलों, एनसीसी और एनएसएस की इकाइयां शामिल होंगी।"