Republic Day 2024: कर्तव्य पथ की परेड में मणिपुर की झांकी में दिखी 'नारी शक्ति' की झलक, जानें क्यों खास रही ये झांकी
By अंजली चौहान | Published: January 26, 2024 01:57 PM2024-01-26T13:57:24+5:302024-01-26T13:58:54+5:30
झांकी निर्माताओं ने आगे कहा कि झांकी में थंगा गांव की बिजियाशांति टोंगब्रम को भी दर्शाया गया है, जो हाल ही में देश की पहली कमल रेशम उत्पादक बनी हैं।
Republic Day 2024: जातीय हिंसा की मार झेल रहा भारत का पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर की झांकी गणतंत्र दिवस समारोह में दिखाई गई। 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर मणिपुर की झांकी का अद्भुद नजारा सबने देखा। मणिपुर की झांकी में इस बार इंफाल स्थित एक अद्वितीय, केवल महिलाओं के लिए बाजार का प्रदर्शन किया।
झांकी में एक महिला को राज्य की लोकटक झील से कमल के डंठल इकट्ठा करते हुए दिखाया गया है, जो देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में सबसे बड़े जल निकायों में से एक है। गणतंत्र दिवस परेड के लिए मणिपुर की झांकी, 'थम्बलगी लंगला' या मेइतिलोन में लोटस थ्रेड्स ने राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में महिलाओं द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को प्रदर्शित किया।
इमा कीथेल बाजार
'इमा कीथेल', जिसका स्थानीय भाषा में नाम 'मदर्स मार्केट' है, राज्य की राजधानी इम्फाल के केंद्र में स्थित है, और यह एकमात्र बाजार है जो पूरी तरह से महिला व्यापारियों द्वारा चलाया जाता है। लगभग 500 साल पहले स्थापित, यह विभिन्न प्रकार के उत्पाद बेचने वाली लगभग 5000-6000 महिला विक्रेताओं की मेजबानी करता है और उनके पुरुष समकक्षों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाता है। यह पूरी तरह से महिलाओं द्वारा चलाया और प्रबंधित किया जाता है और कथित तौर पर यह दुनिया का सबसे बड़ा महिला बाजार है।
#WATCH | Manipur showcases its 'Nari Shakti' with 'Ima Keithel', the 500-year-old market, one and only in the world run entirely by women#RepublicDay2024pic.twitter.com/tTYJ1AYkiN
— ANI (@ANI) January 26, 2024
बता दें कि झांकी के सामने वाले हिस्से में एक महिला को इम्फाल से 50 किमी दक्षिण में स्थित मणिपुर की लोकतक झील से कमल की डंठलें इकट्ठा करते हुए दिखाया गया; पूर्वोत्तर की सबसे बड़ी झीलों में से एक होने के लिए प्रसिद्ध। झाँकी के किनारों पर महिलाओं को नाव चलाते और कमल की डंडियाँ इकट्ठा करते हुए दिखाया गया था। राज्य की झांकी के पीछे इमा कीथेल की प्रतिकृति प्रदर्शित की गई।
इसके अलावा, पूर्वोत्तर राज्य की झांकी में लोकप्रिय कपड़े भी शामिल थे जिनका आविष्कार मणिपुर की महिलाओं ने किया था। इनमें विश्व स्तर पर प्रशंसित लेइरम फी, मायेक-नाइबी और मोइरांग फी नामक बुने हुए कपड़े शामिल हैं, जिनके संबंधित जीआई टैग हैं और ये सभी मणिपुरी महिलाओं द्वारा बनाए गए हैं।
भारत की पहली कमल रेशम निर्माता, बिजियाशांति टोंगब्रम ने भारत में कमल रेशम बनाने की प्रक्रिया का आविष्कार किया, जिसे झांकी में भी दिखाया गया था।
दरअसल, केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि इस साल की गणतंत्र दिवस परेड की थीम महिलाओं पर केंद्रित होगी, जिसमें मुख्य विषय 'विकसित भारत' और 'भारत- लोकतंत्र की मातृका' होंगे। उसी से प्रेरणा लेते हुए, इस वर्ष के 75वें गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर 26 झांकियाँ निकाली गईं और विभिन्न सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों में महिलाओं की भूमिकाओं के साथ-साथ वैज्ञानिकों के रूप में उनके योगदान को प्रदर्शित किया गया।