Rashtriya Bal Puraskar 2024: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने असाधारण साहस और कला, संस्कृति व खेल समेत विभिन्न क्षेत्रों में शानदार उपलब्धियां हासिल करने वाले 17 बच्चों को बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया। यह पुरस्कार सात श्रेणियों में असाधारण उपलब्धियों के लिए दिया जाता है, जिनमें कला एवं संस्कृति, वीरता, नवाचार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा, खेल और पर्यावरण शामिल हैं। चौदह राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से चुने गए सात लड़कों और 10 लड़कियों को सम्मान के तहत एक पदक, प्रमाण पत्र और एक प्रशंसा पत्र प्रदान किया गया।
पुरस्कार पाने वालों में कला एवं संस्कृति में शानदार उपलब्धियां हासिल करने वाली 14 वर्षीय दिव्यांग लेखिका केया हतकर, कश्मीर के 12 वर्षीय सूफी गायक अयान सजाद, ‘सेरेब्रल पाल्सी’ से पीड़ित 17 वर्षीय व्यास ओम जिग्नेश (संस्कृत साहित्य) शामिल हैं। वीरता श्रेणी में, नौ वर्षीय सौरव कुमार को तीन लड़कियों को डूबने से बचाने जबकि 17 वर्षीय इओना थापा को एक फ्लैट में 36 निवासियों को आग से बचाने के लिए सम्मानित किया गया। नवाचार के लिए, 15 वर्षीय सिंधूरा राजा और साइबर सुरक्षा उद्यमी रिशीक कुमार (17) को पुरस्कार दिया गया।
खेल श्रेणी में जूडो खिलाड़ी हेमवती नाग, शतरंज खिलाड़ी अनीश सरकार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार दिया गया। राष्ट्रपति मुर्मू ने पुरस्कार हासिल करने वालों को बधाई दी और एक पीढ़ी को उत्कृष्टता प्राप्त करने व समाज में योगदान देने के लिए प्रेरित करने में उनकी भूमिका पर जोर दिया।
प्रतिष्ठित राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्राप्त करना शानदार अनुभूति है: अयान सज्जाद
कश्मीर के 13 वर्षीय गायक अयान सज्जाद ने बृहस्पतिवार को कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2024 प्राप्त करना शानदार अनुभूति है। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी जिम्मेदारी भी है। बाल पुरस्कार सामाजिक सेवा, नवाचार, खेल, बहादुरी, कला और शैक्षिक उपलब्धियों में असाधारण उपलब्धियों के लिए बच्चों को दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है।
दक्षिण कश्मीर के सूफी गायक सज्जाद को कश्मीरी संगीत में उनके भावपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित किया गया। सज्जाद ने कहा कि जब उन्हें पुरस्कार मिलने की खबर मिली तो वह उत्साहित हुए और सम्मानित महसूस करने लगे। उन्होंने कहा, “मैं बहुत उत्साहित था, लेकिन सम्मानित भी महसूस कर रहा था।
यह एक तरह की शानदार अनुभूति थी, लेकिन इससे भी अधिक अनुभूति तब हुई जब पुरस्कार वास्तव में मेरे हाथों में था।” अपने माता-पिता के साथ पुरस्कार ग्रहण करने दिल्ली गए गायक ने कहा कि यह सम्मान “एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी की तरह लगता है।” उन्होंने कहा, “मेरा परिवार बहुत खुश है और निश्चित रूप से बहुत गर्व महसूस कर रहा है।”
अनंतनाग के निवासी सज्जाद को कश्मीरी गीत ’बे दर्द दादी चाने’ से प्रसिद्धि मिली। यह गीत मूल रूप से कश्मीरी कवि शम्स फाकीर ने लिखा है। छोटे-छोटे कार्यक्रमों और स्टेज कार्यक्रमों में कम उम्र में ही गायन शुरू कर देने वाले सज्जाद ने अपने पेशेवर सफर की शुरुआत इस गाने से की, जिसने उन्हें लोकप्रियता दिलाई और तुरंत प्रसिद्धि दिलाई।
कक्षा 10वीं के छात्र ने कहा, “लगभग चार साल पहले मैंने ‘बे दर्द' गीत के साथ पेशेवर रूप से गाना शुरू किया था।” उन्होंने कहा कि अपने सफर के दौरान उन्हें कश्मीर के स्वतंत्र कलाकारों से प्रेरणा मिली। युवा गायक ने कहा, “जब मैंने पेशेवर रूप से गाना शुरू किया, तो कश्मीर के कुछ कलाकार प्रेरणास्रोत थे जो स्वतंत्र रूप से काम कर रहे हैं।
जब मैं उनसे मिला, तो उन्होंने मुझे प्रेरित किया, उनके संगीत ने मुझे प्रेरित किया।” सज्जाद गायन को अपना जुनून बताते हैं और कहते हैं कि चाहे वह कोई भी पेशा चुनें लेकिन वह गायन नहीं छोड़ेंगे। हालांकि, उन्होंने अब तक यह तय नहीं किया है कि वह कौन सा पेशा चुनेंगे। संगीत के अलावा, युवा गायक की खेलों में गहरी रुचि है और उन्हें मार्शल आर्ट और बास्केटबॉल खेलना पसंद है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने बृहस्पतिवार को 17 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्रदान किए, जिसमें कला, संस्कृति, खेल और नवाचार सहित विभिन्न क्षेत्रों में उनके असाधारण साहस और उत्कृष्ट उपलब्धियों को मान्यता दी गई। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सज्जाद को इस पुरस्कार के लिए बधाई दी।
उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, “माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्राप्त करने पर मास्टर अयान सज्जाद को बधाई। वह एक बेहतरीन गायक हैं।” सिन्हा ने कहा, “मैं अयान को भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं। आप जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में कई और युवाओं को प्रेरित करें।”
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने भी सज्जाद को हार्दिक बधाई दी। एनसी ने ‘एक्स’ पर कहा, “डॉ. फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला ने अयान की उपलब्धि की सराहना करते हुए इसे जम्मू-कश्मीर के लिए अत्यधिक गौरव का स्रोत बताया। उन्होंने उम्मीद जताई कि उनका समर्पण और प्रतिभा पूरे क्षेत्र और अन्य स्थानों के युवा को प्रेरित करती रहेगी।”