रांची: झारखंड की राजधानी रांची में बीते शुक्रवार को हुए हिंसक प्रदर्शन के कथित आरोपियों की तस्वीरों वाला पोस्टर जारी किए जाने को लेकर एएसपी सुरेंद्र झा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। ये नोटिस राज्य के गृह सचिव राजीव अरुण इक्का ने बुधवार शाम जारी किया।
निलंबित भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के पिछले महीने एक टीवी डिबेट में पैगंबर मोहम्मद पर दिए कथित विवादित बयान को लेकर 10 जून को रांची में पत्थरबाजी और अन्य हिंसक घटनाएं हुई थीं।
इस घटना के बाद इसी हफ्ते रांची पुलिस ने पत्थरबाजों और उपद्रवियों के पोस्टर जारी किए थे। हालांकि, राज्य की राजधानी में विभिन्न स्थानों पर पोस्टर लगाने के बाद पुलिस ने 'तकनीकी त्रृटि' बताते हुए इन्हें वापस ले लिया था। पुलिस ने कहा था कि वह त्रृटि को ठीक कर पोस्टर जारी करेगी।
वहीं, गृह, कारागार और आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव इक्का ने एसएसपी को लिखे पत्र में कहा, 'यह कानून सम्मत नहीं है और नौ मार्च 2020 को माननीय इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा जारी आदेश का उल्लंघन है...।'
नोटिस में कहा गया है कि इस तरह के पोस्टर लगाना निजता के अधिकार और संविधान के अनुच्छेद 21 (जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की सुरक्षा) का उल्लंघन है। एएसपी झा को मामले में दो दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया है।
पुलिस ने मंगलवार को झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस के निर्देश पर सार्वजनिक स्थानों पर 33 संदिग्धों के पोस्टर लगाकर तकनीकी आधार का हवाला देते हुए उन्हें हटाने से पहले उनके बारे में जानकारी मांगी थी। रांची पुलिस ने हुए इस हिंसक प्रदर्शन के सिलसिले में 29 लोगों को गिरफ्तार किया है।