रांचीः आदिवासी नेता बिरसा मुंडा के पोते मंगल मुंडा का रांची के अस्पताल में हृदय गति रुकने से निधन हो गया। मंगल मुंडा एक दुर्घटना में घायल हो गए थे। झारखंड के खूंटी जिले के साइको थाना क्षेत्र के पीडिहातु मोड़ के पास सोमवार शाम एक यात्री वाहन की छत से गिरने से मंगल मुंडा के सिर में चोटें आईं थीं। भाई कानू मुंडा ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता हेमंत सोरेन बुधवार को रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) पहुंचे और आदिवासी नेता बिरसा मुंडा के परपोते मंगल मुंडा के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया।
आदिवासी नेता बिरसा मुंडा के परपोते मंगल मुंडा की शुक्रवार को हृदय गति रुकने से मौत हो गई। मंगल मुंडा एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे और यहां एक अस्पताल में उनका इलाज हो रहा था। अस्पताल के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। मुंडा 45 वर्ष के थे। मंगल मुंडा ने राज्य के शीर्ष अस्पताल राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में रात साढ़े 12 बजे अंतिम सांस ली।
पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा है कि भगवान बिरसा मुंडा जी के वंशज मंगल मुंडा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना उनके परिवार के साथ ही झारखंड के जनजातीय समाज के लिए भी अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में ईश्वर उनके परिजनों को संबल प्रदान करे। ओम शांति!
झारखंड के खूंटी जिले में 25 नवंबर को एक यात्री वाहन की छत से गिरने के कारण मुंडा के सिर में गंभीर चोट आई थी। रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिरेन बिरुआ ने कहा, ‘‘बिरसा मुंडा के रिश्तेदार मंगल मुंडा की रात करीब साढ़े 12 बजे हृदय गति रुकने से मौत हो गई।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्यपाल संतोष गंगवार ने मंगल मुंडा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। सोरेन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘रिम्स में इलाजरत, भगवान बिरसा मुंडा के वंशज श्री मंगल मुंडा जी के निधन की खबर से अत्यंत दुखी हूं। मरांग बुरु दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दें।’’
राज्यपाल गंगवार ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर एक संदेश में कहा, ‘‘धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के वंशज मंगल मुंडा के निधन की खबर अत्यंत दुखद है। शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। ईश्वर शोक संतप्त परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।’’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कार्यालय, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा और झारखंड के मुख्यमंत्री का कार्यालय मंगल मुंडा के इलाज के सिलसिले में रिम्स के अधिकारियों के संपर्क में था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी पत्नी एवं विधायक कल्पना सोरेन के साथ बुधवार को रिम्स गये थे और मंगल मुंडा के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी।
रिम्स के चिकित्सकों के अनुसार, मंगल मुंडा के मस्तिष्क में गंभीर चोट आई थी और मस्तिष्क के दोनों तरफ खून के थक्के जम गए थे। मंगलवार को रिम्स के ‘न्यूरोसर्जरी विभाग’ के विभागाध्यक्ष डॉ आनंद प्रकाश के नेतृत्व में उनकी सर्जरी हुई थी।
वर्तमान झारखंड में 1875 में जन्मे बिरसा मुंडा ने ब्रिटिश शासन को चुनौती दी थी और उन्हें ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ आदिवासियों को संगठित करने का श्रेय दिया जाता है। ब्रिटिश हिरासत में 25 वर्ष की आयु में उनकी मृत्यु हो गई। झारखंड का निर्माण 15 नवंबर को हुआ था। 15 नवंबर को आदिवासी प्रतीक ‘धरती आबा’ (धरती के पिता) की जयंती मनाई जाती है।
गंभीर रूप से घायल मंगल मुंडा को ‘वेंटिलेटर’ पर रखा गया था। हमने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन असफल रहे।’’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कार्यालय, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा और झारखंड के मुख्यमंत्री का कार्यालय मंगल मुंडा के इलाज के सिलसिले में रिम्स अधिकारियों के संपर्क में थे।
खूंटी के पुलिस अधीक्षक अमन कुमार ने बताया, ‘‘ वाहन के पीडिहातु मोड़ पर मुड़ने के दौरान एक वाहन की छत से दो लोग गिर गए। मुंडा को खूंटी के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि दूसरे व्यक्ति को मामूली चोट आई है।’’ अधिकारी ने बताया कि मंगल को बेहतर इलाज के लिए मंगलवार को रांची राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) रेफर किया गया था।
रिम्स के ‘चीफ सीनियर रेजिडेंट’ डॉ. विकास कुमार ने बताया, ‘‘उनके मस्तिष्क में गंभीर चोट थी और मस्तिष्क के दोनों तरफ खून के थक्के जम गए थे। दुर्घटना के कारण काफी रक्तस्राव हो गया था और उन्हें तत्काल ऑपरेशन की जरूरत थी।
रिम्स के न्यूरोसर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आनंद प्रकाश के नेतृत्व में मंगलवार को उनका सफल ऑपरेशन किया गया।’’ उन्होंने कहा कि ऑपरेशन काफी जटिल था। उन्होंने कहा, ‘‘मस्तिष्क के दोनों तरफ सर्जरी की गई और हमें इसमें चार घंटे लगे, थक्के हटा दिए गए हैं। वह चिकित्सकों की निगरानी में थे।’’