Ram Mandir: 22 जनवरी को श्रीराम मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा, समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कहा- 23 तारीख से श्रद्धालुओं के लिए खोला जा सकता है!
By सतीश कुमार सिंह | Published: September 27, 2023 07:02 PM2023-09-27T19:02:17+5:302023-09-27T19:03:10+5:30
Ram Mandir: देश के लगभग 4 लाख गांव में एक रसीद लेकर कार्यकर्ता जाएगा, सभी श्रद्धालुओं से मिलेंगे और उनका चंदा एकत्रित करेंगे।
Ram Mandir: अयोध्याराम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि श्रद्धालुओं में इस मंदिर के प्रति आशा और विश्वास था। हमारी ट्रस्ट ने अन्य संस्थाओं से सहायता ली और यह प्रयास किया कि देश के लगभग 4 लाख गांव में एक रसीद लेकर कार्यकर्ता जाएगा, सभी श्रद्धालुओं से मिलेंगे और उनका चंदा एकत्रित करेंगे।
#WATCH | Chairman of Ayodhya Ram Mandir construction committee, Nripendra Misra says "PM Modi, by nature, entrusts the responsibilities of all projects to the people who have to do the work. So this temple was entrusted to trust. The trust was formed as per this Supreme Court… pic.twitter.com/CRutLhzJnR
— ANI (@ANI) September 27, 2023
ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने 10 करोड़, 50 करोड़ रुपए भी दिए हैं...और इस माध्यम से लगभग 3,500 करोड़ रुपए एकत्रित हुए हैं। मिश्रा ने कहा, "श्रद्धालु 26 जनवरी से पहले मंदिर में भगवान राम के दर्शन कर सकेंगे।" प्रधानमंत्री मोदी जनवरी की किस तिथि को आएंगे वो अभी निश्चित नहीं है। भगवान की प्राण प्रतिष्ठा लगभग 14-15 जनवरी से साधु-संतों द्वारा प्रारंभ किया जाएगा।
#WATCH | Chairman of Ayodhya Ram Mandir construction committee, Nripendra Misra says "People want to know when would the temple be completed, their dream have come true. The temple is a reality. The temple will be completed in two parts, the first past- Phase 1 will be completed… pic.twitter.com/6kA3K1Tt6O
— ANI (@ANI) September 27, 2023
यह कार्यक्रम लगभग 10 दिन तक हो सकता है, जिस दिन प्रधानमंत्री मोदी आएंगे प्राण प्रतिष्ठा का समापन उसी दिन उनकी उपस्थिति में होगा। मिश्रा ने संकेत दिए हैं कि राम मंदिर के पहले चरण का निर्माण कार्य पूरा होने और अगले साल 22 जनवरी को वहां श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद इसे 23 तारीख से श्रद्धालुओं के लिए खोला जा सकता है।
#WATCH | Chairman of Ayodhya Ram Mandir construction committee, Nripendra Misra says "Our trust, Champat Rai, General Secretary of Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra took help from other organisations and tried that workers will visit at least 4 lakh villages, meet the devotees… pic.twitter.com/DZLnYFDqzr
— ANI (@ANI) September 27, 2023
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रधान सचिव रहे मिश्रा ने यह भी कहा कि श्रीराम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा अगले वर्ष 22 जनवरी को होगी और 20 से 24 जनवरी के बीच किसी भी दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इससे जुड़े अनुष्ठान में सम्मिलित होंगे। उन्होंने कहा, ‘‘प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की देखरेख में एक समिति बनाई गई है।
वह विस्तार से इस विषय पर काम कर रही है। 22 तारीख को तो प्राण प्रतिष्ठा होगी और ट्रस्ट ने एक निवेदन किया है सभी से, पूरे देश से, हर गांव-गांव से कि वे यथासंभव अपने गांव में भगवान की प्राण प्रतिष्ठा को मनाएं।’’ मिश्रा ने कहा कि ट्रस्ट ने सभी श्रद्धालुओं से यह निवेदन किया है कि वे 22 तारीख को अयोध्या आने का प्रयास ना करें।
उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान को निश्चित रूप से दूरदर्शन के माध्यम से दिखाया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा के अगले दिन से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने की संभावना को देखते हुए मिश्रा ने इस संभावित भीड़ को नियंत्रित करने को भी चुनौती करार दिया।
उन्होंने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए ट्रस्ट ने यह निर्णय लिया है कि उनकी ओर से एक संकेत दिया जाएगा कि विभिन्न प्रदेशों के लोग निश्चित तिथियों को ही आएं। उन्होंने कहा, ‘‘और एक यह भी योजना है, हालांकि वह पूरी तरह से क्रियान्वित तो नहीं हो सकती... 23 तारीख से प्रदेशों के कार्यक्रम बना दिए जाएं।
#WATCH | Chairman of Ayodhya Ram Mandir construction committee, Nripendra Misra says "We do have faith that very soon the temple will be a reality in December 2023 and a final temple of both the ground floor, the first floor, and the second floor will be complete by December… pic.twitter.com/KQhbXAuMUb
— ANI (@ANI) September 27, 2023
जो श्रद्धालु एक प्रदेश से आ रहे हैं, उनके लिए एक कार्यक्रम हो और वह रेल की समय सारणी से भी मैच होना चाहिए। सड़क मार्ग से आने वाले लोगों का भी कार्यक्रम तय होना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि ट्रस्ट यह कोशिश भी कर रहा है कि विभिन्न भाषाओं के जानकार स्वयंसेवक के रूप में उपलब्ध रहें जो श्रद्धलुओं की भाषा में उनकी यात्रा को यादगार बनाने में मदद दें।
मिश्रा ने कहा कि यह भी प्रयास किया जा रहा है कि कुछ स्थानों पर खाने की व्यवस्था भी हो। उन्होंने कहा, ‘‘यह भी संभव है 25 से 50 हजार लोगों के लिए बिना किसी भुगतान के खाने की व्यवस्था की जाए। इन सब पर ट्रस्ट की समिति विचार कर रही है।’’ उन्होंने अनुमान जताया कि मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाने के बाद रोजाना लगभग सवा लाख से डेढ़ लाख लोग आएंगे और दर्शन करेंगे।
#WATCH | Chairman of Ayodhya Ram Mandir construction committee, Nripendra Misra says "Our present estimates are that with some bit of easy flow, of devotees, about 70,000-75,000 people can go in a span of about 12 hours. If the temple is open for 12 hours, about 75,000 people can… pic.twitter.com/NzMfz1lMpx
— ANI (@ANI) September 27, 2023
उन्होंने इस भीड़ को नियंत्रित करने को चुनौती बताते हुए कहा कि जब श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचने लगेंगे तो भू-तल का निर्माण पूरा हो चुका होगा लेकिन प्रथम तल और दूसरे तल पर निर्माण कार्य भी चल रहा होगा। उन्होंने कहा, ‘‘तो हमें यह भी ख्याल रखना है कि जो श्रद्धालु आए उनकी सुरक्षा भी हो क्योंकि दोनों तलों पर निर्माण कार्य चल रहा होगा।
वहां पर भी प्रतिबंधित क्षेत्र बनाने होंगे।’’ उन्होंने कहा कि चूंकि ‘उल्टी गिनती शुरु हो गई है’ तो श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं की व्यवस्था पर भी विस्तार से काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मंदिर परिसर तक पहुंचने का क्या रूट होगा? किस तरह लोग मंदिर में आएंगे? कितनी कतारों में आएंगे? एक व्यक्ति को दर्शन करने के लिए कितना समय मिले?...इन सब पर काम जारी है।’’
उन्होंने कहा कि जिला और पुलिस प्रशासन, उत्तर प्रदेश सरकार, ट्रस्ट के लोग और बहुत भारी संख्या में स्वयंसेवक आएंगे जो इस कार्यक्रम की देखरेख करेंगे। मिश्रा ने बताया कि मंदिर लगभग ढाई एकड़ में है और परिक्रमा पथ को मिलाकर कुल परिसर आठ एकड़ होता है।
#WATCH | On PM Modi's closeness to the Ram Mandir, the Chairman of Ayodhya Ram Mandir construction committee, Nripendra Misra says "PM Modi believes that this temple must become a reality because he sees this as a part of his cultural evolution of this country. He sees this as a… pic.twitter.com/stFYYbbJLA
— ANI (@ANI) September 27, 2023