कोलकाता:कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर पार्टी की ओर से प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी अपने "राजनीतिक मकसद" के लिए 22 जनवरी को भगवान राम के नाम का इस्तेमाल करके उनका "अपमान" कर रही है।
कांग्रेस समेत विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल घटक दलों द्वारा 22 जनवरी के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने के फैसले के कारण राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है।
अधीर रंजन चौधरी ने अपने तीखे व्यंग्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए सवाल किया कि क्या "वह देश में एकमात्र हिंदू हैं।"
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अधीर रंजन चौधर ने कहा, "अगर राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने के लिए हमें हिंदू विरोधी कहा जा रहा है तो फिर शंकराचार्यों को क्या कहा जाएगा? क्या पूरे देश में केवल पीएम मोदी ही बचे हैं जो हिंदू हैं।?"
बंगाल कांग्रेस के प्रमुख ने कहा, "भाजपा अपने राजनीतिक मकसद के लिए भगवान राम के नाम का इस्तेमाल कर उनका अपमान कर रही है।"
मालूम हो कि सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और कांग्रेस के कई बड़े नेता मसलन मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी पहले ही राम मंदिर समारोह का निमंत्रण ठुकरा चुके हैं।
उनके अलावा समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस महीने की शुरुआत में निमंत्रण को यह कहते हुए ठुकरा दिया था कि वह बाद में अपने परिवार के साथ मंदिर जाएंगे।