नई दिल्ली: 22 जनवरी को होने वाले भव्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से कांग्रेस ने दूरी बना ली है। इस पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को 'हिन्दू विरोधी' पार्टी बताया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस वार्ता कर कहा, भारत का इतिहास जब-जब करवट ले रहा होता है, तब-तब कांग्रेस उस अवसर के साथ खड़े न होकर उसका बहिष्कार करती है।
भाजपा राज्यसभा सांसद ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा, इन्होंने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया, G20 के समय महामहिम राष्ट्रपति के द्वारा दिए गए भोज का भी बहिष्कार किया। अब जब अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है, तो कांग्रेस उसका भी विरोध कर रही है। साथ ही भाजपा ने एक पोस्टर जारी कर इंडिया गठबंधन को सनातन विरोधी कहा है। पोस्टर में टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी, कांग्रेस की सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे, वाम दल के सीताराम येचुरी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की तस्वीर है।
भाजपा नेता ने कहा, ये महात्मा गांधी की नहीं, नेहरू की कांग्रेस है। महात्मा गांधी का तो राजनीतिक दर्शन ही रामराज्य था। अब उस रामराज्य की प्राण प्रतिष्ठा का श्रीगणेश हो रहा है, लेकिन कांग्रेस उसके पक्ष में नहीं है। ये कांग्रेस के भारतीय संस्कृति, हिंदू धर्म और हिंदुत्व के प्रति विरोध को दर्शाता है। बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सोनिया गांधी, खरगे समेत कांग्रेस का कोई नेता नहीं जाएगा। बुधवार कांग्रेस ने इसे बीजेपी और आरएसएस का कार्यक्रम बता दिया।