Rajya Sabha Election Result 2024: केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता जॉर्ज कुरियन, रवनीत सिंह बिट्टू, ममता मोहंता, उपेंद्र कुशवाहा, किरण चौधरी और मनन कुमार मिश्रा निर्विरोध निर्वाचित घोषित हो गए हैं। कुरियन मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए। बिहार से उपेंद्र कुशवाहा और मनन कुमार मिश्रा चुने गए और बिहार में राजद और लालू यादव को एक सीट का झटका लगा है। ओडिशा से ममता मोहंता चुनी गईं और केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत राजस्थान से राज्यसभा पहुंच रहे हैं। भाजपा नेता किरण चौधरी हरियाणा से राज्यसभा उपचुनाव में निर्विरोध निर्वाचित हुईं।
बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि एनडीए को और मजबूत किया जाएगा। बिहार में राज्यसभा की दो सीटों पर उपचुनाव हुआ था। विवेक ठाकुर (भाजपा) और मीसा भारती (राजद) के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद खाली हुई थीं। राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख ने काराकाट लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और तीसरे स्थान पर रहे थे।
बिट्टू राजस्थान से राज्यसभा के सदस्य चुने गए हैं। विधानसभा के प्रमुख सचिव एवं निर्वाचन अधिकारी महावीर प्रसाद शर्मा ने मंगलवार को राजस्थान से राज्यसभा की एक सीट के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी रवनीत सिंह को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया।
शर्मा ने निर्वाचित प्रत्याशी रवनीत सिंह के अधिकृत निर्वाचन अभिकर्ता एवं उनकी ओर से प्रमाण-पत्र लेने के लिए अधिकृत योगेन्द्र सिंह तंवर को प्रमाण-पत्र प्रदान किया। तय कार्यक्रम के अनुसार राज्यसभा उपचुनाव के लिए नामांकन वापसी की अंतिम तारीख 27 अगस्त थी। इस चुनाव के लिए तीन उम्मीदवारों ने नामांकन किया था।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता जगन्नाथ प्रधान ने मंगलवार को राज्यसभा उपचुनाव के लिए अपना नामांकन वापस ले लिया, जिससे पार्टी की आधिकारिक उम्मीदवार ममता मोहंता के संसद के ऊपरी सदन में दोबारा निर्वाचित होने का रास्ता साफ हो गया। मोहंता द्वारा 21 अगस्त को नामांकन दाखिल करने के कुछ घंटों बाद प्रधान ने अपना नामांकन दाखिल किया था।
एक अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान प्रधान और मोहंता दोनों के कागजात वैध पाए गए। प्रधान ने कहा, ‘‘मैंने पार्टी के निर्देश पर नामांकन पत्र दाखिल किया था। अपनी पार्टी के निर्देश पर ही मैंने आज अपना नामांकन वापस ले लिया। भाजपा नेतृत्व ने मुझे यह कार्य सौंपा था और मैंने पार्टी के एक अनुशासित सदस्य के रूप में इसे पूरा किया।’’
भाजपा के प्रदेश प्रभारी विजय पाल सिंह तोमर ने कहा था कि प्रधान ने ‘‘डमी उम्मीदवार’’ के तौर पर नामांकन दाखिल किया था। राजनीतिक दल ‘डमी उम्मीदवार’ को इसलिए उतारते हैं ताकि आधिकारिक उम्मीदवार का नामांकन खारिज होने की स्थिति में उन्हें मुकाबले में उतारा जाए।
प्रधान ने भुवनेश्वर-मध्य से भाजपा उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें बीजू जनता दल (बीजद) के अनंत नारायण जेना से हार का सामना करना पड़ा था। मयूरभंज जिले से कुडुमी समुदाय की नेता मोहंता ने जुलाई में बीजद छोड़ दी थी और राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।