Rajya Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव 2024 रोचक हो गया है। 10 सीट और 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है। भाजपा ने संजय सेठ को टिकट देकर मुकाबला को दिलचस्प बना दिया है। आपको बता दें कि रालोद प्रमुख जयंत चौधरी और पल्लवी पटेल सपा प्रमुख अखिलेश यादव से नाराज है! भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश से संजय सेठ को अपना आठवां प्रत्याशी घोषित किया । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने आज पार्टी कार्यालय में पूर्व राज्यसभा सदस्य संजय सेठ को प्रत्याशी घोषित करते हुए कहा कि पार्टी आज सेठ का नामांकन दाखिल कराएगी। भाजपा के सात प्रत्याशियों ने बुधवार को नामांकन दाखिल किया था।
समाजवादी पार्टी के तीन उम्मीदवारों का मंगलवार को नामांकन दाखिल हुआ था। उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 252, सपा के 108 और कांग्रेस के दो सदस्य हैं। सपा और कांग्रेस राज्य में विपक्षी दल हैं और लोकसभा चुनाव में भाजपा का मुकाबला करने के लिए विपक्षी पार्टियों के गठबंधन में भागीदार भी हैं।
मतदान 27 फरवरी को होगा
सदन में भाजपा के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के 13 जबकि निषाद पार्टी के छह सदस्य हैं। रालोद के नौ, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के छह, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो और बसपा का एक सदस्य है। चार सीटें खाली हैं। राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 15 फरवरी है। मतदान 27 फरवरी को होगा और नतीजे उसी दिन घोषित किए जाएंगे।
राज्यसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सात उम्मीदवारों ने बुधवार को यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में अपने अपने नामांकन दाखिल किये। नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवार भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह, पार्टी की राज्य इकाई के महासचिव अमरपाल मौर्य, पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह, आगरा के पूर्व महापौर नवीन जैन, पूर्व विधायक साधना सिंह और पूर्व राज्य मंत्री संगीता बलवंत बिंद हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और भाजपा के उप्र चुनाव प्रभारी बैजयंत पांडा मौजूद थे।
उत्तर प्रदेश से सात में से चार सीटों पर पिछड़ी जातियों के उम्मीदवार खड़े किये
राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने वाले सात उम्मीदवारों में से आरपीएन सिंह (सैंथवार), चौधरी तेजवीर सिंह (जाट), अमरपाल मौर्य (कोइरी) और डॉक्टर संगीता बलवंत (बिंद) पिछड़ी जाति की हैं। इसके अलावा डॉक्टर सुधांशु त्रिवेदी (ब्राह्मण) साधना सिंह (क्षत्रिय) और नवीन जैन (जैन) बिरादरी से आते हैं।
भाजपा द्वारा राज्यसभा चुनाव के लिये उत्तर प्रदेश से सात में से चार सीटों पर पिछड़ी जातियों के उम्मीदवार खड़े किये गये हैं । इससे साफ है कि भाजपा लोकसभा चुनावों से पहले विभिन्न समुदायों तक पहुंचने की कोशिश में है। नामांकन दाखिल करने से पहले प्रत्याशी संगीता बलवंत ने कहा कि भाजपा 'अंत्योदय' के लक्ष्य और देश के लिए काम करती है और वह इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पार्टी के साथ मिलकर काम करेंगी। एक अन्य प्रत्याशी तेजवीर सिंह ने कहा, ‘‘हम लोकसभा चुनाव में एकतरफा जीत हासिल करेंगे और 400 से अधिक सीटें जीतेंगे।
मैं पार्टी को मजबूत करूंगा और पार्टी मुझे जो भी जिम्मेदारी सौंपेगी, उसका पालन करूंगा।’’ प्रत्याशी नवीन जैन ने कहा कि भाजपा उनके जैसे आम पार्टी कार्यकर्ताओं को मौका देती है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने लोकसभा चुनाव के वास्ते टिकट का अनुरोध किया था लेकिन मुझे राज्यसभा भेजा गया। मैं पार्टी नेतृत्व का आभारी हूं।’’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सभी प्रत्याशियों को बधाई दी
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पार्टी के उम्मीदवार 'सामाजिक समीकरणों' का गुलदस्ता हैं और आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी राज्य की सभी 80 सीटें जीतेगी। उन्होंने यहां पार्टी कार्यालय में अपने संबोधन में कहा, ‘‘उप्र में समाजवादी पार्टी 'समाप्त' हो जाएगी और राज्य कांग्रेस मुक्त हो जाएगा।’’ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सभी प्रत्याशियों को बधाई दी।
भाजपा द्वारा संसद के उच्च सदन के चुनाव के लिये उम्मीदवार बनाये गये कुशीनगर से पूर्व सांसद और देश के पूर्व गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह वर्ष 1996, 2002 और 2007 में उत्तर प्रदेश की पडरौना सीट से विधायक रहे। वर्ष 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से और पहले कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए 59 वर्षीय आरपीएन सिंह को पार्टी ने राज्यसभा चुनाव का उम्मीदवार बनाया है।
कांग्रेसनीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में गृह राज्य मंत्री रहे
कुशीनगर के सैंथवार शाही परिवार से ताल्लुक रखने वाले सिंह पूर्वी उत्तर प्रदेश में अपनी बिरादरी के बड़े नेता माने जाते हैं। वह वर्ष 2009 में वह कुशीनगर से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए और 2009 से 2011 तक केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री रहे। सिंह अक्टूबर 2012 तक तत्कालीन कांग्रेसनीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में गृह राज्य मंत्री रहे।
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में वह कुशीनगर सीट पर भाजपा प्रत्याशी से हार गए। वर्ष 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से करीब एक महीना पहले जनवरी माह में उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए। उन्हें विधानसभा चुनाव से ऐन पहले भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य को कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से विधानसभा चुनाव हराने का भी श्रेय मिला था। भारतीय जनता पार्टी ने सुधांशु त्रिवेदी को एक बार फिर उत्तर प्रदेश से राज्यसभा का टिकट दिया है।
अक्टूबर 2019 में उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए त्रिवेदी की पहचान एक विश्लेषक, विचारक और राजनीतिक सलाहकार के तौर पर है। वर्तमान में वह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं। लखनऊ में 20 अक्टूबर 1970 को जन्मे सुधांशु त्रिवेदी ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की डिग्री भी हासिल की है।
विभिन्न मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखने के लिए विख्यात सुधांशु त्रिवेदी पर भाजपा ने एक बार फिर भरोसा किया है और उन्हें लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश से राज्यसभा चुनाव का उम्मीदवार बनाया है। भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के महामंत्री अमरपाल मौर्य को भी संसद के उच्च सदन में भेजने का फैसला किया है।
मौर्य लंबे समय से संगठन से जुड़े हैं और कोइरी समाज के प्रमुख नेता माने जाते हैं। क़रीब 45 वर्षीय अमरपाल मौर्य उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के करीबी माने जाते हैं। राज्यसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश से भाजपा की एक अन्य उम्मीदवार संगीता बलवंत योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की पिछली सरकार में सहकारिता राज्य मंत्री थीं और 2022 के विधानसभा चुनाव में वह गाजीपुर सदर सीट से 1600 मतों से पराजित हुई थीं। भाजपा ने राज्यसभा चुनाव के लिए मथुरा से तीन बार सांसद रहे चौधरी तेजवीर सिंह को भी टिकट दिया है।
सिंह मथुरा से वर्ष 1996, 1997 और 1998 में सांसद निर्वाचित हुए थे। वह जाट समुदाय के लोकप्रिय नेता माने जाते हैं। भाजपा ने उत्तर प्रदेश से चंदौली जिले की पूर्व विधायक साधना सिंह को भी संसद के उच्च सदन में भेजने का फैसला किया है। साधना को तेज तर्रार महिला नेताओं में शुमार किया जाता है। पार्टी के एक अन्य राज्यसभा उम्मीदवार नवीन जैन आगरा नगर निगम के पूर्व महापौर हैं। समाजवादी पार्टी के तीन उम्मीदवारों आलोक रंजन, जया बच्चन और रामजी लाल सुमन ने कल नामांकन दाखिल किया था।