राजस्थान के भरतपुर जिले में कलेक्टर की जन सुनवाई के दौरान एक वृद्ध महिला ने अपने शरीर पर केरोसीन डालकर आत्महत्या का प्रयास किया। महिला पिछले नौ सालों से बिजली कनेक्शन नहीं मिल पाने के कारण परेशान थी। कलेक्टर की मौजूदगी में इस प्रकार की यह पहली घटना है।
भरपुर कलेक्टर डाॅ. आरुषि अजय मलिक और वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों की वजह से हादसा होते होते रह गया लेकिन अचानक हुए इस घटनाक्रम से जन सुनवाई में अफरा-तफरी मच गई। बाद में कलक्टर ने कुम्हेर थाना क्षेत्र निवासी महिला कमला देवी को अपने कार्यालय में बुलाकर सारी समस्या सुनी और समाधान का आश्वासन दिया।
महिला की जमीन पर स्टे के चलते उसे कनेक्शन नहीं मिल पा रहा। वहीं महिला का आरोप है कि पुलिस और प्रशासन के कई अधिकारियों से वह अनेक बार मिल चुकी है लेकिन उसे कनेक्शन नहीं मिला, जबकि दूसरे पक्ष की जमीन पर स्टे होने के बावजूद धड़ल्ले से निर्माण आदि सभी कार्य हो गए।
महिला ने बताया कि वह पर्यटन मंत्री से मिलने भरतपुर मुख्यालय भी गई थी लेकिन उनसे भेंट नहीं हो सकी।
जन सुनवाई में जब स्टे के कारण कुछ कर पाने में कलेक्टर ने अपनी असमर्थता जाहिर की तो सुनवाई के बाद पीड़िता ने स्वयं पर केरोसीन डालकर आत्मदाह का प्रयास किया।
पीड़िता ने बताया कि जमीन के विवाद के चलते उसके विरोधियों ने उसका जीना दूभर कर रखा है, जिसके चलते महिला के परिवार के पांच लोग जहर खाकर आत्महत्या कर चुके हैं और उसकी गुहार जब किसी अधिकारी ने नहीं सुनी तो आज महिला ने कलक्टर की सुनवाई के दौरान यह कदम उठाया।