लाइव न्यूज़ :

राजस्थानः पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा को हटाने की मांग, सरपंचों और उप सरपंचों का जयपुर में महापड़ाव जारी, जानें क्या है पूरा मामला

By भाषा | Updated: August 6, 2022 14:08 IST

कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार को संघ के पदाधिकारियों के साथ उनकी मांगों को लेकर सकारात्मक वार्ता हुई थी और वे चर्चा से संतुष्ट थे।

Open in App
ठळक मुद्देपंचायती राज विभाग के अधिकारियों के साथ शनिवार को उनकी वार्ता होगी।सरकार उनके साथ है और उनकी हर मांग पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। शुक्रवार की वार्ता के बाद सरपंच और उपसरपंच संघ के पदाधिकारी संतुष्ट हो गये थे।

जयपुरः  राजस्थान के पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा को हटाने की मांग को लेकर सरपंच संघ के बैनर तले राजस्थान के विभिन्न हिस्सों के सरपंचों और उप सरपंचों का शनिवार को जयपुर में महापड़ाव दूसरे दिन भी जारी रहा।

कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार को संघ के पदाधिकारियों के साथ उनकी मांगों को लेकर सकारात्मक वार्ता हुई थी और वे चर्चा से संतुष्ट थे। पंचायती राज विभाग के अधिकारियों के साथ शनिवार को उनकी वार्ता होगी।’’ उन्होंने सरपंचों को आश्वस्त किया कि सरकार उनके साथ है और उनकी हर मांग पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि शुक्रवार की वार्ता के बाद सरपंच और उपसरपंच संघ के पदाधिकारी संतुष्ट हो गये थे। उन्होंने विश्वास जताया कि अधिकारियों के साथ वार्ता के बाद सरपंच और उपसरपंच शनिवार को अपना आंदोलन संभवत: खत्म कर देंगे। मीणा की ओर से नागौर और बाड़मेर जिलों के सरपंचों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने से सरपंच नाराज़ हैं।

मीणा ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि उन्होंने बाड़मेर, नागौर और भीलवाड़ा में अनियमितताओं में कुछ अधिकारियों के शामिल पाये जाने पर उनके खिलाफ जांच और कार्रवाई में मिली कमियों को उजागर किया, लेकिन सरपंचों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। नागौर जिले के सरपंच संघ के राज्य सचिव हनुमान चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि मंत्री ने कुछ समय पहले नागौर में एक कार्यक्रम के दौरान यह आरोप लगाया था। उन्होंने कहा, ‘‘सरपंचों के खिलाफ आरोप निराधार हैं। हम मंत्री को बर्खास्त करने की मांग करते हैं। हम आरोपों से आहत है।’’

जयपुर के मानसरोवर इलाके में सरपंच और उपसरपंच महापड़ाव के दौरान एकत्रित हुए। उन्होंने मीणा के खिलाफ नारेबाजी की और उन्हें मंत्री पद से हटाने की मांग की। इस बीच, मंत्री मीणा ने संवाददाताओं से कहा था कि पंचायतों में किए गए कार्यों की गुणवत्ता की जब जांच और समीक्षा की जाती है तो अनियमितताएं पाए जाने पर कार्रवाई की जाती है।

उन्होंने कहा,‘‘मैंने अभी काम में कमियों को उजागर किया है। जहां गड़बड़ी पाई गईं, वहां अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। अभी तक किसी सरपंच के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है क्योंकि हम सुधार चाहते है। कुछ सरपंच जांच से डरते हैं, इसलिये इस तरह का विरोध किया जा रहा है।’’ उन्होंने दावा किया कि ज्यादातर सरपंच और अन्य जनप्रतिनिधि सरकार के साथ है और आंदोलन एक धड़े द्वारा किया जा रहा है।

टॅग्स :राजस्थानजयपुरकांग्रेसBJPअशोक गहलोत
Open in App

संबंधित खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतकौन थे स्वराज कौशल? दिवंगत भाजपा नेता सुषमा स्वराज के पति का 73 साल की उम्र में हुआ निधन

भारतझारखंड में संभावित सियासी उलटफेर की खबरों पर कोई भी नेता खुलकर बोलने को नहीं है तैयार, सियासी गलियारे में अटकलों का बाजार है गरम

भारतSanchar Saathi App: विपक्ष के आरोपों के बीच संचार साथी ऐप डाउनलोड में भारी वृद्धि, संचार मंत्रालय का दावा

भारत अधिक खबरें

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतIndiGo Flight Cancel: इंडिगो संकट के बीच DGCA का बड़ा फैसला, पायलटों के लिए उड़ान ड्यूटी मानदंडों में दी ढील