नई दिल्ली। सचिन पायलट के समर्थन में राजस्थान, हरियाणा और यूपी का गुर्जर समाज खुलकर सामने आ गया है। गुर्जरों को लामबंद करने के लिए 26 जुलाई को एक अहम बैठक बुलाई गई है जिसमें तीनों राज्यों के गुर्जर शामिल होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये पंचायत गुरुग्राम के रीठौज गांव में आयोजित की जाएगी। हालांकि कोरोना वायरस की वजह से अभी भी सामाजिक दूरी के प्रतिबंध लागू हैं। ऐसे में अभी यह साफ नहीं हो पाया कि इस पंचायत में कितने लोग शामिल होंगे और कैसे इतनी बड़ी बैठक की इजाजत मिलेगी। गौरतलब है कि सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट भी बड़े गुर्जर नेता माने जाते थे। गुर्जर समाज में उनकी गहरी पैठ थी।
हाईकोर्ट पहुंची पायलट बनाम गहलोत की लड़ाई
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच छिड़ी सियासी लड़ाई को लेकर आज अहम दिन है। दरअसल, राजस्थान हाईकोर्ट राज्य विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के नोटिस के खिलाफ असंतुष्ट विधायकों की याचिका पर सुनवाई कर फैसला सुना सकता है। सचिन पायलट और कांग्रेस के 18 अन्य असंतुष्ट विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष ने नोटिस जारी किया है। यह नोटिस दल-बदल कानून के तहत दिया गया है।
इससे पहले राजस्थान हाई कोर्ट ने सचिन पायलट खेमे को चार दिनों के लिए राहत दी थी। सुनवाई के लिए सोमवार पूर्वाह्न 10 बजे का समय निर्धारित किया है। विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी के वकील ने अदालत को आश्वस्त किया कि मंगलवार शाम साढ़े पांच बजे तक नोटिस पर कोई आदेश जारी नहीं किया जाएगा।
विधायकों से पूछताछ के लिए नहीं मिली होटल में एंट्री
राजस्थान पुलिस की एक टीम एक बार फिर से हरियाणा राज्य स्थित मानेसर के उस होटल में पहुंच गए हैं, जहां पर इस समय पायलट गुट के विधायक ठहरे हुए हैं। पिछले दो दिनों में दूसरी बार राजस्थान पुलिस पायलट गुट के विद्रोही विधायकों की खोज में यहां पहुंचे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आज फिर से राजस्थान पुलिस को खाली हाथ ही लौटना पड़ा है। हरियाणा पुलिस ने होटल में राजस्थान पुलिस को एंट्री की इजाजत नहीं दी है। बता दें कि इससे पहले शुक्रवार देर शाम को राजस्थान पुलिस की टीम को खाली हाथ यहां से लौटना पड़ा था।