राजस्थान: 'आप धौंस मत दिखाओ', सीएम गहलोत की मीटिंग में मंत्रियों में तकरार, डोटासरा और हरीश चौधरी में हुई नोकझोंक

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 17, 2021 16:21 IST2021-11-17T16:14:48+5:302021-11-17T16:21:10+5:30

राजस्थान कांग्रेस में विवाद के स्वर एक बार फिर सुनाई देने लगे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कैबिनेट मीटिंग में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी के बीच नोकझोंक देखने को मिली।

Rajasthan CM Ashok Gehlot meeting minister Govind Singh Dotasra and Harish Chaudhary tussle | राजस्थान: 'आप धौंस मत दिखाओ', सीएम गहलोत की मीटिंग में मंत्रियों में तकरार, डोटासरा और हरीश चौधरी में हुई नोकझोंक

सीएम गहलोत की मीटिंग में भिड़ गए उनके मंत्री (फाइल फोटो)

Highlightsराजस्थान कैबिनेट मीटिंग में सीएम अशोक गहलोत के सामने दो मंत्रियों में नोकझोंक।शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी के बीच हुई बहस।जानकार इसके पीछे कांग्रेस में सियासी वर्चस्व की लड़ाई को भी वजह के तौर पर देख रहे हैं।

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कैबिनेट मीटिंग में मंगलवार शाम उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी के बीच बहस हो गई। रिपोर्ट के अनुसार रेवेन्यू महकमे के काम बाकी होने को लेकर दोनों मंत्रियों के बीच जमकर नोकझोंक हो गई। बाद में सीएम गहलोत को खुद हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराना पड़ा।

डोटासरा की शिकायत- कम अटके हैं, किससे कहें?

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार मीटिंग के बीच डोटासरा ने कहा कि 'प्रशासन गांवों के संग' अभियान के दौरान सबसे ज्यादा काम राजस्व मामलों के बाकी हैं। डोटासरा ने साथ ही कहा कि राजस्व मंत्री (हरीश चौधरी) चंडीगढ़ जाकर बैठ गए हैं, हम किससे जाकर कहें। 

इस पर चंडीगढ़ से मीटिंग में जुड़े हरीश चौधरी ने भी पटलकर जवाब दिया और कहा कि काम बताया जाए। हरीश चौधरी ने कहा, 'मैं चंडीगढ़ में बैठे-बैठे ही सब करा दूंगा। फिर भी, जरूरी हुआ तो मैं जयपुर आ जाऊंगा आपके पास, चंडीगढ़ रहूं या जयपुर, काम पर इसका फर्क नहीं पड़ता है।'

डोटासरा ने इस पर फिर पलटवार किया और कहा कि 'आप धौंस मत दिखाया करो।' आखिरकार मुख्यमंत्री को दखल देना पड़ा और फिर मामला शांत हो सका।

डोटासरा इससे पहले शांति धारीवाल से भिड़े थे

इसी साल जून के पहले सप्ताह में कैबिनेट बैठक में शांति धारीवाल और गोविंद सिंह डोटासरा के बीच भी भिड़ंत हो गई थी। उस वक्त केंद्र से कोरोना के टीके नहीं मिल सकने के मुद्दे पर सभी मंत्रियों को कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देने की बात पर विवाद हुआ था।

धारीवाल ने तब सवाल उठाया था कि मंत्री ज्ञापन देने क्यों जाएं जबकि डोटासरा ने प्रभारी मंत्रियों को ज्ञापन देने के लिए कहा था। हालांकि बाद में दोनों के बीच सुलह हो गई थी।

कांग्रेस में सियासी वर्चस्व की लड़ाई है वजह?

जानकारों के अनुसार डोटासरा और हरीश चौधरी के बीच नोकझोंक की एक वजह कांग्रेस के अंदर सियासी वर्चस्व की लड़ाई भी मानी जा रही है। हरीश चौधरी पहले प्रदेशाध्यक्ष पद के दावेदार थे हालांकि अब वे पंजाब के प्रभारी बना दिए गए है। प्रदेश प्रभारी का कद प्रदेश अध्यक्ष से ऊपर माना जाता है। माना जा रहा है कि ईगो की लड़ाई संभवत: बैठक में खुलकर सामने आ गई।

हरीश चौधरी के बयान से भी डोटासरा नाराज!

दरअसल, हरीश चौधरी ने पंजाब का बनाए जाने के बाद कहा था कि एक व्यक्ति के पास एक ही पद होना चाहिए। साथ ही उन्होंने मंत्री पद छोड़ने की भी बात कही थी। हरीश चौधरी पंजाब का प्रभारी बनने के बाद से ही चंडीगढ़ में हैं और वहीं से विभाग चला रहे हैं। 

बताया जा रहा है कि हरीश चौधरी के एक शख्स के पास एक ही पद वाले बयान से गुजरात प्रभारी बनाए गए स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा नाराज थे क्योंकि उन पर  मंत्री पद छोड़ने का दबाव बढ़ा है। ऐसे में इस भिड़ंत की एक वजह ये भी हो सकती है।

Web Title: Rajasthan CM Ashok Gehlot meeting minister Govind Singh Dotasra and Harish Chaudhary tussle

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