राजस्थान के 49 नगर निकायों में लगभग 2100 वार्ड पार्षदों के लिए शनिवार को मतदान किया जा रहा है, इनमें 28 नगर पालिका, 18 नगर परिषद एवं 3 नगर निगम शामिल हैं। राज्य में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के आने के बाद ये पहले निकाय चुनाव हैं जिनके परिणामों पर सबकी नजर टिकी हुई है। अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने मतदान शांतिपूर्ण करवाने की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
राज्य निर्वाचन विभाग के अनुसार राज्य के 49 निकायों में कुल 7944 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इन 49 निकायों में कुल 2105 वार्ड में चुनाव होना था जिनमें से 14 वार्डों में पार्षद निर्विरोध चुने जा चुके हैं। बाकी में शनिवार को मतदान हो रहा है। मतदान सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन के जरिए होगा जबकि मतगणना 19 नवम्बर को होगी। इन निकायों में अध्यक्ष का चुनाव 26 नवंबर व उपाध्यक्ष का 27 नवंबर को करवाया जाएगा।
निकाय चुनावों में कुल 33 लाख 6912 मतदाता हैं जिनमें 17 लाख 5001 पुरूष, 16 लाख 1864 महिला मतदाता शामिल हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्यामसिंह राजपुरोहित ने बताया कि नगर निकाय चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण कराने के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। पर्यवेक्षकों ने आवंटित निकाय क्षेत्रों में पहुंचकर अपनी जिम्मेदारी संभाल ली है।
उल्लेखनीय है कि अशोक गहलोत सरकार ने लगभग दस महीने पहले कार्यभार संभाला था और उसके बाद ये पहले निकाय चुनाव हैं। इन चुनावों में भी मुख्य मुकाबला कांग्रेस तथा भाजपा के बीच ही माना जा रहा है।