Railways land-for-job case: राजद प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव परिवार पर एक और आफत है! नौकरी के बदले जमीन मामले में ईडी कोर्ट ने नया समन जारी किया है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने ईडी की चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी, बेटियों मीसा भारती, हेमा यादव और अन्य आरोपियों को समन जारी किया है। अदालत ने व्यवसायी अमित कात्याल के लिए प्रोडक्शन वारंट भी जारी किया, जो वर्तमान में मामले में न्यायिक हिरासत में हैं। विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने आदेश पारित करते हुए कहा, संज्ञान लेने के लिए पर्याप्त आधार हैं। अदालत ने आरोपी व्यक्तियों की अदालत में उपस्थिति के लिए 9 फरवरी, 2024 की तारीख तय की है।
कथित घोटाला उस समय का है जब लालू प्रसाद यादव संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग)-1 सरकार में रेल मंत्री थे। आरोप है कि 2004 से 2009 तक कई लोगों को भारतीय रेल के विभिन्न जोन में ‘ग्रुप डी’ के पदों पर नियुक्त किया गया और इसके बदले में इन लोगों ने अपनी भूमि तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद एवं ए.के. इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित की थी। ईडी का मामला, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज एक शिकायत से उपजा है। इस मामले में सीबीआई पहले ही आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है।
बिहार में राजद की बैठक, नेताओं ने फैसला लालू प्रसाद पर छोड़ा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महागठबंधन से किनारा करने की आशंका के बीच शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेताओं ने यहां बैठक की और पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद को ‘‘कोई भी फैसला’’ लेने के लिए अधिकृत किया। राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने यहां प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी के आवास पर आयोजित पार्टी की बैठक के बाद इसकी घोषणा की।
झा ने कहा, ‘‘कृपया और अधिक सवाल नहीं पूछे।’’ बैठक में राज्य विधानमंडल के सदस्यों समेत पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद थे। 79 विधायकों के साथ राजद विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है। राजद महागठबंधन में सबसे बड़ा दल है। इसके अलावा कांग्रेस और तीन वामपंथी दल भी इसमें शामिल हैं।
अगर नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) महागठबंधन से किनारा कर लेती है तो महागठबंधन के पास विधानसभा में बहुमत के लिए आठ सदस्य कम रह जाएंगे। ऐसे मजबूत संकेत मिल रहे हैं कि कुमार भारतीय जनता पार्टी के नेृतत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में एक बार फिर वापसी कर सकते हैं।