पहली बार बेटे राहुल पर खुलकर बोली मां सोनिया, 'मेरे बेटे को उस भयंकर शख्स ने निडर बना दिया'
By स्वाति सिंह | Published: December 16, 2017 12:29 PM2017-12-16T12:29:56+5:302017-12-16T12:49:45+5:30
राहुल गांधी ने आज अपनी मां सोनिया गांधी की जगह ली है।
सोनिया गांधी ने राहुल गांधी और मोदी पर पहली बार खुलकर बोली हैं। उन्होंने कहा "मैं राहुल को अध्यक्ष बनने की शुभकामनाएं, बधाई और आशीर्वाद देती हूं। आज मैं आखिरी बार कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर संबोधित कर रही हूं। आपके सामने अब एक नया दौर है। अब आप सबको एक नई शुरुआत करनी है।
उन्होंने कहा "20 साल पहले जब आपने मुझे अध्यक्ष पद के लिए चुना और मैं इसी तरह संबोधित करने के लिए खड़ी थी। मुझे घबराहट थी कि कैसे इस संगठन को संभालूंगी। तब मेरे सामने एक कठिन कर्तव्य था। तब तक मेरा राजनीति से बहुत वास्ता नहीं पड़ा था।''
इंदिरा गांधी को याद करते हुए कहा "मैं जिस परिवार में शादी होकर आई, वह क्रांतिकारी परिवार था। उस परिवार का एक-एक सदस्य जेल जा सकता था। देश ही उनका जीवन था। इंदिराजी से मैंने काफी कुछ सीखा। इंदिराजी की मौत के बाद मुझे लगा जैसे मुझसे मेरी मां छिन गई हो।''
In 1984, Indira ji was assassinated and I felt I had lost my mother and that incident changed my life forever: Sonia Gandhi pic.twitter.com/eJQRT5BQSa
— ANI (@ANI) December 16, 2017
थोड़ी देर चुप रहकर सोनिया बोलीं "मैं अपने बच्चों को राजनीति से दूर रखना चाहती थी। इंदिराजी के बाद मेरे पति राजीव ने जिम्मेदारी को समझा, प्रधानमंत्री पद संभाला। पूरे देश की समस्याओं को जाना। इंदिराजी की हत्या के 7 साल बाद फिर मेरे पति की हत्या कर दी गई और मेरा सहारा छीन लिया गया।''
Indira JI passed away, after which Rajiv Ji also passed away, my support was taken away from me and it took me a long while to come to terms with it: Sonia Gandhi pic.twitter.com/6ulMpPzRrq
— ANI (@ANI) December 16, 2017
सोनिया गांधी ने कहा की हमने 10 सालों तक एक जिम्मेदार सरकार दी जिसका नेतृत्व डॉ मनमोहन सिंह ने पूरी ईमानदारी से किया। उन्होंने कहा कि हम 2014 से विपक्ष में हैं। हमारे सामने चुनौती है। हमारे संवैधानिक मूल्यों पर हमला किया है। लेकिन हम डरने वाले नही हैं। हम संघर्ष जारी रहेगा। सत्ता, शोहरत और स्वार्थ हमारा मकसद नहीं है। इस देश के मूल्यों की रक्षा करना हमारा मकसद है।
Since 2014 we have been playing the role of opposition, the challenge that we face today, is the biggest one, our constitutional values are being attacked, our party has also lost many elections but our party will never bow down: Sonia Gandhi pic.twitter.com/GFoxWcizp0
— ANI (@ANI) December 16, 2017
राहुल को लेकर सोनिया ने कहा की यह मेरा बेटा है और इसलिए तारीफ करना उचित होगा किन्तु राजनीति में आने पर उसने एक ऐसे भयंकर शख्स का सामना किया जिससे वह निडर बन गया है।
Rahul is my son, so I do not think for me to praise him is right but I would say that since childhood he had to bear the brunt of violence, after joining politics he had to face blatant personal attacks, that have made him a stronger person: Sonia Gandhi pic.twitter.com/0B1XzHvp6g
— ANI (@ANI) December 16, 2017
बता दें कि सोनिया गांधी ने मार्च 1998 में पार्टी के अध्यक्ष पद को ग्रहण किया था। वह 19 साल अध्यक्ष रहीं।