दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने पीएफआई के संबंध में भाजपा के लगाये आरोपों पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि कांग्रेस हर राष्ट्र विरोधी ताकत और संगठन के विरोध में हमेशा आगे रही है। कांग्रेस के 'भारत जोड़ो यात्रा' की अगुवाई कर रहे राहुल गांधी ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि देश के लिए यह मायने नहीं रखता कि कौन किस समुदाय से आता है और उसकी सोच किस तरह की है। अगर वो राष्ट्र को नुकसान पहुंचाने की मंशा रखते हैं तो कांग्रेस हमेशा उनके खिलाफ खड़ी है।
भाजपा द्वारा कांग्रेस पर हाल में बैन किये गये पीएफआई के समर्थन के विषय में अपनी बात को रखते हुए राहुल गांधी ने कहा, "इससे फर्क नहीं पड़ता कि नफरत फैलाने वाले व्यक्ति कौन हैं और किस समुदाय से आते हैं। नफरत और हिंसा फैलाना एक राष्ट्र-विरोधी कार्य है और हम हर उस व्यक्ति के खिलाफ लड़ेगे जो नफरत फैलाएगा।"
दरअसल यह मुद्दा तब विवादों के घेरे में आया था, जब भाजपा के फायरब्रांड नेता कपिल मिश्रा ने बीते 23 सितंबर को आरोप लगाया था कि पीएफआई ने केरल में बंदी बुलाई है, जिसके कारण कांग्रेस ने 'भारत जोड़ो यात्रा' को रोक दी है। इसके साथ ही कपिल मिश्रा ने यह भी कहा था कि पीएफआई के बंदी को कांग्रेस का समर्थन मिलना बेहद शर्मनाक और निंदनीय है और इसकी जितनी आलोचना की जाए, वो कम है।
वहीं कपिल मिश्रा के आरोपों के संबंध में कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पत्रकारों से कहा था कि 'भारत जोड़ो यात्रा' में हफ्ते में एक दिन का 'ब्रेक' का प्रावधान रखा गया है और उसी के तहत यात्रा रोकी गई है। इसका पीएफआई की बंदी से कोई संबंध नहीं है। कपिल मिश्रा भाजपा की विकृत मानसिकता का प्रदर्शन कर रहे हैं, जैसा की वो हमेशा से करते आ रहे हैं।
इतनी ही नहीं कपिल मिश्रा के बयान पर पलटवार करते हुए पवन खेड़ा ने भाजपा से यह प्रश्न किया था कि क्या यह सच है कि हाल ही में मुसलमान समुदाय तक पहुंच बनाने के प्रयास में लगे हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत खुद पीएफआई से 'माफी मांगो यात्रा' निकालने वाले हैं।