नई दिल्लीः बांग्लादेश और भूटान जैसे छोटे देश भीआर्थिक विकास के मामले में भारत से आगे निकलते देख राहुल गाँधी ने मोदी सरकार पर ज़ोरदार हमला बोलते हुये तंज कसा और कहा "नफरत भरे राष्ट्रवाद के 6 साल की उपलब्धि, भारत से आगे जाने को बांग्लादेश तैयार।" राहुल ने अपने ट्वीट के साथ वह ग्राफ़ भी लगाया है जो अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की रिपोर्ट का हिस्सा है।
दरअसल अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की हाल की रिपोर्ट में प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद के पैमाने में बांग्लादेश भारत को पीछे छोड़ आगे निकलने को तैयार है। 2020 में बांग्लादेश की प्रति व्यक्ति जीडीपी 4 फ़ीसदी बढ़ कर 1. 888 डॉलर होने की बात इस रिपोर्ट में कही गयी है, दूसरी तरफ भारत में प्रति व्यक्ति जीडीपी 10. 3 फ़ीसदी घट कर 1. 877 डॉलर रहने की उम्मीद जताई गयी है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने आशंका व्यक्त की है कि इस साल भारत की जीडीपी में 10. 3 फ़ीसदी की गिरावट आ सकती है। इसका नतीज़ा होगा कि भारत दक्षिण एशिया में तीसरा सबसे गरीब देश बन जाएगा। नेपाल और पाकिस्तान मात्र दो ऐसे देश होंगे जिनकी जीडीपी भारत से काम होगी, हैरानी की बात तो ये है कि बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका और मालदीव जैसे देश भी भारत से आगे निकल चुके होंगे।
ये सही है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने यह भी अनुमान लगाया है की 2021 में भारत की स्थिति बेहतर होगी और वह 8. 8 फीसदी के विकास दर के साथ अपनी स्तिथि मज़बूत करते हुए एशिया में तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में लौट सकता है, जिसके लिए उसे विकास दर 8. 2 फीसदी को पार करना होगा।
कांग्रेस लगातार गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर है। पार्टी मानती है कि गलत जीएससटी, बिना किसी योजना के कोरोना काल में लॉक डाउन और नोट बंदी ने भारत की आर्थिक रीढ़ को इतना तोड़ दिया कि उससे उभरने में लंबा समय लग सकता है। रघुराम राजन, मनमोहन सिंह जैसे अनेक अर्थशास्त्री पहले ही इस ओर इशारा कर चुके हैं लेकिन मोदी सरकार उस सच को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है।