पटनाः बिहार की राजधानी पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल में सोमवार को संविधान सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि महात्मा गांधी और नेहरू जी सच्चाई से मोहब्बत करते थे। भगवान बुद्ध सच्चाई से मोहब्बत करते थे। सच्चाई से दूर नहीं जा सकते थे। गुरु नानक कबीर सच्चाई से मोहब्बत करते थे। उन्होंने कहा कि आजकल हिंदुस्तान में सच्चाई बोलना मुश्किल है। राहुल गांधी ने कहा कि लोग कहते हैं कि संविधान 1947 में लिखा गया। लेकिन, मैं कहता हूं कि यह संविधान हजारों साल पुराना है। इस किताब के अंदर अंबेडकर जी, गांधी जी, नेहरू जी और फुले जी की सोच है।
एनडीए के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की तीखी आलोचना करते हुए उन्होंने दूसरे समुदायों के साथ दूसरे दर्जे के नागरिक जैसा व्यवहार करने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने कहा कि समाज के कमजोर वर्गों के लोगों के साथ दूसरे दर्जे के नागरिक जैसा व्यवहार किया जा रहा है।
उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि कांग्रेस देश में 50 प्रतिशत आरक्षण के ‘नकली अवरोध’ को ध्वस्त कर देगी। इस दौरान कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी पर आरक्षण के मुद्दे पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने देश भर में जाति जनगणना की वकालत की, जो कि इंडिया ब्लॉक की लंबे समय से मांग रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित तेलंगाना में की गई, ऐसी ही जनगणना देश के विकास मॉडल को बदल देगी। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस शासित तेलंगाना में की गई जनगणना जैसी ही जाति जनगणना देश के विकास मॉडल को बदल देगी। कांग्रेस सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों के लाभ के लिए जाति जनगणना के माध्यम से भारत का एक्स-रे करेगी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि बिहार में विपक्षी महागठबंधन दलितों, महिलाओं और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों (ईबीसी) के उत्थान के लिए काम करेगा। पटना में ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि बिहार के लोग हमेशा की तरह इस बार भी भारत को नयी दिशा दिखाएंगे।
बिहार में इस साल बाद में विधानसभा चुनाव होने हैं। लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि कांग्रेस केंद्र में सत्ता में आने के बाद आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा के “नकली अवरोध” को ध्वस्त कर देगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित तेलंगाना में की गई जाति जनगणना के समान यह देश के विकास मॉडल को बदल देगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि समाज के कमजोर वर्गों के लोगों के साथ दूसरे दर्जे के नागरिक जैसा व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘महागठबंधन दलितों, महिलाओं और ईबीसी के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। हम जाति जनगणना के जरिए देश का एक्स-रे करेंगे लेकिन भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जाति जनगणना के खिलाफ हैं।”
गांधी इससे पहले दिन में पटना पहुंचे और कांग्रेस की ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा में भाग लेने के लिए बेगूसराय गए। इसके बाद वह सम्मेलन को संबोधित करने के लिए राज्य की राजधानी लौट आए। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, “चाहे चंपारण सत्याग्रह आंदोलन हो या सामाजिक न्याय की क्रांति, बिहार की धरती ने हमेशा अन्याय के खिलाफ ठोस कदम उठाए हैं...आइये हम एकजुट होकर संविधान पर हमलों के खिलाफ, भेदभाव के खिलाफ, आर्थिक, सामाजिक समानता और न्याय के लिए आवाज उठाएं।”