'महिला आरक्षण तत्काल लागू होना चाहिए, ओबीसी आरक्षण का प्रावधान भी हो', संसद में राहुल गांधी ने सरकार से की मांग
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: September 20, 2023 06:21 PM2023-09-20T18:21:44+5:302023-09-20T18:23:09+5:30
लोकसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि वह इस बिल के समर्थन में हैं। बिल को अधूरा बताते हुए उन्होंने कहा कि आरक्षण तत्काल लागू होना चाहिए और बिल में ओबीसी आरक्षण का प्रावधान होना चाहिए।
Mahila Aarakshan Bill: महिला आरक्षण विधेयक पर बुधवार को होने वाली चर्चा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी शामिल हुए। राहुल गांधी ने मांग की कि ये आरक्षण तत्काल लागू होना चाहिए और बिल में ओबीसी आरक्षण का प्रावधान होना चाहिए। राहुल ने कहा कि मैं इस बिल के समर्थन में खड़ा हूं। हालांकि काग्रेस नेता यहां भी मोदी सरकार को घेरने से नहीं चूके और कहा कि सरकार अडानी के मुद्दे से ध्यान हटना चाहती है।
लोकसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, "सरकार कई मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश करती है। इसमें से एक मुद्दा है जातिगत जनगणना। मुझे बिल्कुल समझ नहीं आता कि क्या कारण है कि जैसे ही विपक्ष जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाता है, भाजपा अन्य मुद्दों को लाकर अचानक ध्यान भटकाने की कोशिश करती है ताकि OBC समुदाय और भारत के लोग दूसरी तरफ देखने लगें।"
#WATCH लोकसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, "सरकार कई मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश करती है...इसमें से एक मुद्दा है जातिगत जनगणना। मुझे बिल्कुल समझ नहीं आता कि क्या कारण है कि जैसे ही विपक्ष जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाता है, भाजपा अन्य मुद्दों को लाकर अचानक ध्यान… pic.twitter.com/UzeiwQjO7m
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 20, 2023
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर ओबीसी समाज की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारत सरकार के 90 सचिव में 3 ओबीसी हैं। महिला आरक्षण बिल में ओबीसी आरक्षण नहीं है। उन्होंने कहा कि ओबीसी महिलाओं को भी आरक्षण मिले, इसके बिना यह बिल अधूरा है।
बता दें कि लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक सुबह से ही चर्चा हो रही है। कांग्रेस की तरफ से चर्चा की शुरुआत पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की। सोनिया गांधी ने कहा कि महिला आरक्षण बिल का पारित होना उनके लिए बहुत भावुक क्षण है। इस बीच सोनिया ने पति और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को याद किया। उन्होंने कहा कि उनके पति राजीव गांधी ने पहली बार स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रस्ताव रखा था, लेकिन इसे राज्यसभा में हरा दिया गया था। बाद में, पीवी नरसिम्हा राव की सरकार ने इसे राज्यसभा में पारित करवाया और आज देश में 15 लाख निर्वाचित महिला नेता हैं। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी का सपना अब आंशिक रूप से ही पूरा हुआ है और इस बिल के पारित होने से यह पूरा हो जाएगा।