नयी दिल्ली: भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक बार फिर अपने बहु-चर्चित अंदाज में एक बार फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है। अमित मालवीय ने भारत छोड़ो आंदोलन की 81वीं वर्षगांठ पर राजनीति से भाई-भतीजावाद से छुटकारे का आह्वान करते हुए कहा, "राहुल गांधी सोचते हैं कि प्रधानमंत्री बनना उनकी बपौती है, लेकिन वो इस बात का एहसास कभी नहीं करते हैं कि भारत की जनता उनकी इस महत्वाकांक्षा को पहले ही कई बार खारिज कर चुकी है।"
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के अनुसार अमित मालवीय ने वंशवाद की राजनीति के लिए न केवल कांग्रेस नेता राहुल गांधी बल्कि गौरव गोगोई समेत विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की वरिष्ठ नेता सुप्रिया सुले और डिंपल यादव को भी निशाने पर लिया। जिन्होंने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चल रहे बहस के पहले दिन संसद में मोदी सरकार के खिलाफ अपनी बात रखी थी।
अमित मालवीय ने कहा, "न केवल राहुल गांधी बल्कि ये सभी भी वंशवाद के कारण राजनीति में प्रासंगिक हैं क्योंकि ये सभी ताकतवर राजनीतिक परिवारों से संबंध रखते हैं और इन सभी का एकमात्र उद्देश्य केवल अपने हितों की रक्षा करना है।"
भाजपा आईटी सेल के मुखिया मालवीय ने ट्वीटर पर अपनी बात करते हुए कहा, "कल विपक्ष की ओर से 'अविश्वास प्रस्ताव' पर बोलने वालों में दिवंगत कांग्रेस नेता और असम के पूर्व सीएम तरुण गोगोई के बेटे गौरव गोगोई, एनसीपी प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव शामिल थीं। ये सभी वंशवाद के कारण प्रासंगिक हैं क्योंकि ये ताकतवर राजनीतिक परिवारों से संबंधित हैं और उनका एकमात्र प्रयास अपने व्यक्तिगत हितों को साधना है। इन लोगों में भारत के कल्याण और विकास की सबसे कम चिंता है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ये वंशवादी अधिक योग्य सक्षम युवा पुरुष और महिलाओं के लिए रास्ता बनाएं।“
इसके साथ ही अमित मालवीय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके शासन की तारीफ करते हुए कहा, "इस देश को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे स्व-निर्मित नेता की जरूरत है, जो एक साधारण पृष्ठभूमि से निकले हैं। जिन्होंने अपनी मेहनत पर बड़े स्तर पर काम किया और अपने भाग्य से नहीं परिश्रम के बल पर देश के शीर्ष राजनीतिक पद पर हैं।"
मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले दिन में भारत छोड़ो आंदोलन की 81वीं वर्षगांठ के अवसर पर विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भारत अब भ्रष्टाचार, वंशवाद और तुष्टिकरण के खिलाफ एक स्वर में बोल रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लेने वाले महान लोगों को श्रद्धांजलि। गांधी जी के नेतृत्व में इस आंदोलन ने भारत को औपनिवेशिक शासन से मुक्त कराने में प्रमुख भूमिका निभाई। आज भारत एक स्वर में कह रहा है, भ्रष्टाचार भारत छोड़ो। राजवंश भारत छोड़ो। तुष्टिकरण भारत छोड़ो।”