Rahul Gandhi in Belgium: बेल्जियम दौरे पर गए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भाजपा और केंद्र सरकार पर ब्रसेल्स की धरती से हमला बोला है। राहुल गांधी ने ब्रसेल्स प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अडानी का मामला उठाया और कहा कि भाजपा एकाधिकारवादी मॉडल को आगे बढ़ा रही है।
राहुल ने कहा कि हमें निजी या सरकारी क्षेत्रों से कोई समस्या नहीं है। लेकिन जहां 1 या 2 लोग पूरे देश को वित्तीय रूप से नियंत्रित करना शुरू करते हैं, उससे हमें दिक्कत है। राहुल ने कहा कि भारत में सरकारी नीतियों ने व्यवस्थित रूप से हमारी रोजगार प्रणाली की रीढ़, यानी एमएसएमई क्षेत्र पर हमला किया है।
अडानी मामला बार-बार उठाए जाने के बारे में राहुल ने कहा कि अडानी के साथ हमारी समस्या यह है कि वह बंदरगाहों, हवाई अड्डों, कृषि, अनाज साइलो, रियल एस्टेट और सीमेंट व्यवसायों को नियंत्रित करते हैं। हर क्षेत्र में उनका दबदबा है। यह भारत के लिए प्रतिकूल है।
राहुल ने कहा कि एक तरफ, भाजपा एकाधिकारवादी मॉडल को आगे बढ़ा रही है, और दूसरी तरफ, वह एमएसएमई को नष्ट कर रही है, जो रोजगार पैदा करते हैं। इससे बेरोजगारी का संकट पैदा हो रहा है। कश्मीर पर उन्होंने कहा कि यह भारत का अभिन्न अंग है। यह हमारे अलावा किसी और का मुद्दा नहीं है। हमारी स्थिति स्पष्ट है। यह महत्वपूर्ण है कि भारत की लोकतांत्रिक संस्थाओं की रक्षा की जाए और लोगों की आवाज की रक्षा की जाए।
देश के नाम को बदलने को लेकर चल रही बहस पर भी राहुल ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन-I.N.D.I.A-के नाम ने सरकार में डर पैदा कर दिया है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि इससे पीएम इतने परेशान हो गए हैं कि वह देश का नाम बदलना चाहते हैं।
राहुल ने आगे कहा, "यह दिलचस्प है कि हर बार जब हम अडानी और साठगांठ वाले पूंजीवाद का मुद्दा उठाते हैं, तो प्रधानमंत्री ध्यान भटकाने की एक नाटकीय नई रणनीति के साथ सामने आते हैं। अडानी पर मेरी प्रेस कॉन्फ्रेंस के ठीक बाद, यह बदलाव लागू किया गया।"
राहुल ने कहा कि भारत में लगातार माहौल बिगाड़ने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में अल्पसंख्कों पर हमले हो रहे हैं और सरकार कुछ नहीं कर रही है। हालांकि सरकार की तमाम आलोचनाओं के बीच रूस-यूक्रेन युद्ध पर राहुल ने सरकार के रुख का समर्थन किया।