Puthuppally bypoll 2023: 37719 वोट से जीते चांडी ओमन, कांग्रेस ने एलडीएफ और भाजपा को हराया, जानें किसे कितने मिले वोट
By सतीश कुमार सिंह | Published: September 8, 2023 02:14 PM2023-09-08T14:14:45+5:302023-09-08T15:30:08+5:30
Puthuppally bypoll: केरल में पुथुपल्ली निर्वाचन क्षेत्र में हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार चांडी ओमन ने जीत दर्ज की। निर्वाचन आयोग से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी।
Puthuppally bypoll: केरल में कांग्रेस ने सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) को झटका दिया है। युवा कांग्रेस नेता और पिछले साल राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में सक्रिय भागीदार चांडी ओमन ने पुथुपल्ली निर्वाचन क्षेत्र उपचुनाव में जीत दर्ज की है। चांडी को 80144 वोट मिले।
चांडी ने सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के जैक सी थॉमस को हराया। थॉमस को 42425 वोट मिले। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिजिन लाल को 6558 वोट मिले। वोटों की गिनती बेसलियस कॉलेज के विशेष स्टेशन पर हुई, जिसमें प्रारंभिक ध्यान डाक और सेवा मतपत्रों पर था।
यह उपचुनाव अनुभवी कांग्रेस नेता ओमन चांडी के निधन के कारण आवश्यक हो गया था, जो दो बार मुख्यमंत्री रहे और 1970 से लगातार इस सीट पर जीत दर्ज करते रहे। 1.76 लाख पंजीकृत मतदाताओं वाले पुथुपल्ली में 182 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे। इस निर्वाचन क्षेत्र में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) और लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के बीच तीखी झड़प देखी गई।
कांग्रेस ने ओमन की जीत पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि चुनाव का परिणाम एलडीएफ के कुशासन के खिलाफ जीत है और कांग्रेस के लिए 100 प्रतिशत राजनीतिक जीत है। कांग्रेस के दिवंगत नेता ओमन चांडी के बेटे चांडी ओमन शुरुआती चरणों की गिनती से ही अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे चल रहे थे।
उनके निकटतम राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी - सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के जैक सी थॉमस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिजिन लाल किसी भी चरण की गिननी में उनसे आगे नहीं निकल सके। चांडी ओमन (37) वर्तमान में युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय पहुंच प्रकोष्ठ के अध्यक्ष है।
वह निर्वाचन क्षेत्र में अपने पिता के रिकॉर्ड 33,255 मतों के अंतर से जीत को आसानी से पार गए। उनके पिता ने पांच दशकों से अधिक समय तक राज्य विधानसभा में पुथुपल्ली का प्रतिनिधित्व किया था। लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले आए उपचुनाव के इस नतीजे को सत्तारूढ़ माकपा के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। पार्टी पर पहले ही कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूडीएफ और भाजपा भ्रष्टाचार तथा भाई-भतीजावाद के आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ओमन चांडी के निधन से खाली हुई सीट के लिए पांच सितंबर को मतदान हुआ था।