चड़ीगढ़ः बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी पंजाब के फिरोजपुर में एक रैली करनेवाले थे लेकिन बीच में ही एक फ्लाइओवर पर उनका काफिला रुक गया क्योंकि वहां कुछ प्रदर्शकारियों ने सड़क जाम कर रखी थी। बीजेपी ने इसे पीएम मोदी की सुरक्षा में भारी चूक करार देते हुए कांग्रेस पर लगातार हमले कर रही है।
वहीं सुरक्षा चूक के दौरान पीएम मोदी की काफिले की तस्वीर पर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने चुटकी ली है। बुधवार को पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से तस्वीर को साझा करते हुए लिखा, 'तथाकथित सुरक्षा चूक में भी एसपीजी कर्मी कैमरे और प्रधानमंत्री के बीच नहीं आए!' आरजेडी ने लिखा, कमाल की ट्रेनिंग दी है प्रधानमंत्री ने!
उधर, पीएम सुरक्षा में हुई चूक का मुद्दा आज सुप्रीम कोर्ट में भी उठा। याचिकाकर्ता से सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई एनवी रमना ने पूछा कि आप हमसे क्या उम्मीद कर रहे हैं? याचिकाकर्ता वरिष्ठ वकील मनिंदर सिंह ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ऐसी घटना दोबारा न हो। सिंह ने कहा कि आज जो भी माहौल है उसको देखते हुए सुरक्षा की तैयारियों की पेशेवर जांच की जरूरत है। आपकी निगरानी में यह उचित होगा कि भटिंडा के जिला न्यायाधीश पूरे मामले को खुद देखें। कोर्ट शुक्रवार को याचिका पर सुनवाई करेगा।
इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बयान दिया और कहा कि कल हमारे प्रधानमंत्री पंजाब गए थे जहां कांग्रेस की सरकार है। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि भारत का प्रधानमंत्री जाता हो और उसकी सुरक्षा में चूक हो जाए। हम भी मुख्यमंत्री रहे हैं लेकिन ऐसी घिनौनी राजनीति हमने ज़िंदगी में कभी स्वीकार नहीं की।
बीजेपी के आरोपों पर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि प्रधान मंत्री की सुरक्षा एक सक्रिय संसद द्वारा शासित होती है। प्रधान मंत्री और उनके तत्काल परिवार को कैसे सुरक्षित किया जाना है, इस बारे में एक बहुत अच्छी तरह से निर्धारित प्रक्रिया है। सुरक्षा में कोई चूक हुई है तो उसकी जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराएं।
वहीं नवजोत सिंह सिद्धू ने भी सुरक्षा चूक पर राजनीति को लेकर पीएम पर निशाना साधा। कहा- किसान एक साल से अधिक समय तक दिल्ली की सीमाओं पर धरने पर बैठे रहे, लेकिन कल जब पीएम को लगभग 15 मिनट तक इंतजार करना पड़ा तो वे इससे परेशान हो गए। ये दोहरा मापदंड क्यों? मोदी जी, आपने कहा था कि आप किसानों की आय दोगुनी कर देंगे, लेकिन उनके पास जो कुछ भी था वह भी आपने ले लिया।
बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने भी पीएम को निशाने पर लेते हुए कहा कि जब पीएम पंजाब आ रहे थे तो उन्होंने सुरक्षा को लेकर क्या इंतजाम किए थे? उसके बचने की खबर से साफ हो जाता है कि यह एक स्टंट था। यह जनता की सहानुभूति हासिल करने का सस्ता तरीका खोजने की कोशिश थी।