Punjab Election 2022: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस के पंजाब प्रमुख और पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पर बड़ा खुलासा किया है। अमरिंदर सिंह ने कहा कि मुझे पाकिस्तान से संदेश मिला था कि नवजोत सिद्धू को सरकार में बहाल किया जाए, क्योंकि वह इमरान खान के पुराने दोस्त हैं।
अमरिंदर ने कहा, "मुझे संदेश मिला कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने एक अनुरोध भेजा है कि यदि आप सिद्धू को अपने मंत्रिमंडल में ले सकते हैं, तो मैं आपका आभारी रहूंगा। वह मेरे पुराने दोस्त हैं। अगर वह काम नहीं करते हैं, तो आप उन्हें हटा सकते हैं।"
अमरिंदर ने कहा, ‘‘मैंने सिद्धू को पद से हटाया, क्योंकि वह इंकम्पीटेंट (अक्षम), यूजलेस (बेकार) था। 70 दिन में उसने एक फाइल पूरी नहीं की थी।’’ पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि इसके बाद भी जब सिद्धू के रवैये में कोई सुधार नहीं हुआ तो उन्हें हटाना पड़ा। उन्होंने कहा कि इसके बाद उन्हें मंत्री बनाने के लिए पाकिस्तान से संदेश आया था।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रविवार को दावा किया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के पास ‘दिमाग नहीं’ है और उन्होंने (सिंह ने) पांच साल पहले सोनिया गांधी को इस अक्षम व्यक्ति (सिद्धू) को पार्टी में शामिल न करने की सलाह दी थी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में यह खुलासा भी किया कि राज्य में अवैध रेत खनन मामले में वर्तमान सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं की संलिप्तता की जानकारी मिलने के बावजूद, उन्होंने ‘‘पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा की भावना से’’ कोई कार्रवाई नहीं की और इसलिए भी कि उन्हें सोनिया गांधी से ‘हरी झंडी’ नहीं मिली थी।
अमरिंदर सिंह को कांग्रेस ने पंजाब के मुख्यमंत्री के पद से बर्खास्त कर दिया था। क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू ने कई आरोप लगाए थे। अमरिंदर सिंह के मंत्रिमंडल में पर्यटन मंत्री रहे सिद्धू ने अमरिंदर सिंह द्वारा अपना विभाग बदलने के बाद मंत्रालय छोड़ दिया था।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने कांग्रेस छोड़ने के बाद अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस बनाई है और भाजपा के साथ गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। अमरिंदर ने कांग्रेस छोड़ते वक्त ऐलान किया था कि वह सिद्धू को विधानसभा चुनाव नहीं जीतने देंगे।