पंजाब: बिजली शुल्क में कटौती के फैसले को आप ने बताया ‘चुनावी स्टंट’, ‘चुनावी जुमला’
By भाषा | Updated: November 1, 2021 22:28 IST2021-11-01T22:28:14+5:302021-11-01T22:28:14+5:30

पंजाब: बिजली शुल्क में कटौती के फैसले को आप ने बताया ‘चुनावी स्टंट’, ‘चुनावी जुमला’
नयी दिल्ली, एक नवंबर पंजाब सरकार के बिजली के शुल्क को कम करने के फैसले को “चुनावी स्टंट” करार देते हुए आम आदमी पार्टी (आप) ने सोमवार को आरोप लगाया कि यह कदम अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले मतों को “खरीदने” के उद्देश्य से उठाया गया है।
पार्टी मुख्यालय में यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पंजाब में पार्टी के राजनीतिक मामलों के सह-संयोजक राघव चड्ढा ने राज्य के लोगों को भी मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के जाल में न फंसने को लेकर आगाह किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार ने अपने कार्यकाल के पिछले साढ़े चार वर्षों में विभिन्न मोर्चों पर अपनी विफलताओं को छिपाने और उन्हें “गुमराह व बेवकूफ” बनाकर वोट सुरक्षित करने के लिए चुनाव से कुछ महीने पहले बिजली दरों में कटौती की है।
आप नेता ने बिजली दरों में कटौती को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री का उपहास करते हुए कहा कि यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि चन्नी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पंजाब के लोगों को मुफ्त और निर्बाध बिजली मुहैया कराने के वादे से ‘डर’ गए थे।
यह बयान पंजाब कैबिनेट द्वारा घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली दरों में तीन रुपये प्रति यूनिट की कमी करने का फैसला करने के तुरंत बाद आया। फैसले की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राज्य के लोगों के लिए ‘दीपावली का एक बड़ा उपहार’ है।
चड्ढा ने आरोप लगाया, “यह अगले साल फरवरी-मार्च में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले चन्नी साहब का चुनावी स्टंट और जुमला है। बिजली दरों में कटौती का फैसला लोगों को बेवकूफ बनाने और उनका वोट हासिल करने के इरादे से लिया गया है।”
उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री का ‘चुनावी स्टंट’ चालू वित्त वर्ष के अंत तक खत्म हो जाएगा क्योंकि संशोधित बिजली शुल्क केवल 31 मार्च, 2022 तक ही प्रभावी रहेगा।
चड्ढा ने कहा, “मैं पंजाब के लोगों को सावधान करना चाहता हूं कि वे चन्नी साहब के ‘चुनावी स्टंट’ और ‘चुनावी जुमले’ के झांसे में न आएं। वह ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि वह आपका वोट खरीदना चाहते हैं।
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